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Showing posts from August, 2021

Kedarnath Temple (Uttarakhand) Rudraprayag history

केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड केदारनाथ मंदिर का इतिहास... भारतवर्ष में हिन्दुओं में तीर्थ दर्शन की करने की मान्यता है, जोकि प्राचीन समय से चल रही है, देश में कई तीर्थ स्थान हैं जहाँ दुनिया के कोने – कोने से लोग दर्शन करने आते हैं. उनका मानना है, कि इन तीर्थ स्थानों के दर्शन करने से जीवन के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. तीर्थ स्थान की बात आती है, तो सबसे पहले उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर का नाम सामने आता है। 5 साल पहले जून २०१३ के दौरान भारत के उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश राज्यों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण केदारनाथ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहा। मंदिर के आसपास कि मकानें बह गई । इस ऐतिहासिक मन्दिर का मुख्य हिस्सा और सदियों पुराना गुंबद सुरक्षित रहे लेकिन मन्दिर का प्रवेश द्वार और उसके आस-पास का इलाका पूरी तरह तबाह हो गया। यहाँ बहुत ही गंभीर त्रासदी हुई थी, उस दिल दहला देने वाली त्रासदी को एक फिल्म के माध्यम से भी दर्शाया गया था। केदारनाथ मंदिर : मंदिर भगवान शिव शंकर जी का मंदिर हैं, जोकि भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित हिन्दुओं का प

Raksha Bandhan 2021 kab hai?-22-8

 2021 में रक्षाबंधन कब है? जानें इस वर्ष राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या है। साल 2021 में रक्षाबंधन का शुभ दिन कब आ रहा है आइए जानते हैं.... जुलाई के आते ही त्योहार आरंभ हो जाते हैं.....विशेषकर राखी का पर्व-रक्षाबंधन का त्योहार बहन-भाई के बीच प्रेम का प्रतीक है। रक्षाबंधन के दिन का इंतजार हर भाई-बहन को होता है। प्रेम और नोंकझोंक, तोहफे, मिठाई और ना जाने क्या-क्या…काफी पहले से ही इस दिन को लेकर लोग प्लानिंग शुरू कर देते हैं। इसमें बहन भाई को तिलक लगाकर उसके दीर्घायु की कामना करती है। भाई भी जीवन भर बहन के सुख-दुख में साथ निभाने का वादा करता है और स्नेह स्वरूप बहन को उपहार भी देता है। इस त्योहार को प्राचीन काल से मनाने की परंपरा चली आ रही है। इस पर्व को हिंदी पंचांग के श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। पूर्णिमा के दिन मनाएं जाने कि वजह से कई जगह इसे राखी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस वर्ष रक्षाबंधन 22 अगस्त दिन रविवार को है।  2021 में रक्षा बंधन कब है | Raksha Bandhan 2021 Kab Hai ? इस दिन बहनें बड़े प्यार से भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं। इस साल राखी का पर्व 22 अगस्त, रविवार

When is Janmashtami 2021- know the importance of Bhadra Krishna Ashtami date in Hinduism

श्री कृष्ण जन्माष्टमी कब है? इस वर्ष जन्‍माष्‍टमी 30 अगस्‍त सोमवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रमास के कृष्‍ण पक्ष की अष्‍टमी तिथि का आरंभ 29 अगस्‍त को रविवार को रात 11 बजकर 25 मिनट पर होगा। अष्‍टमी तिथि 30 अगस्‍त को रात में 1 बजकर 59 मिनट तक रहेगी। इस हिसाब से व्रत के लिए उदया तिथि को मानते हुए 30 अगस्‍त को जन्‍माष्‍टमी होगी। इसलिए देश भर में जन्‍माष्‍टमी 30 अगस्‍त को मनाई जाएगी। पूजा का शुभ मुहूर्त 30 अगस्‍त की रात को 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व: सनातन धर्म में कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी को पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार, भगवान कृष्‍ण का जन्‍म भाद्र मास के कृष्‍ण पक्ष की अष्‍टमी को हुआ था। इस तिथि को भगवान कृष्‍ण के जन्‍मोत्‍सव के रूप में मनाया जाता है इस दिन भगवान कृष्‍ण के भक्‍त विधि विधान से उनका व्रत करते हैं। इस दिन पूरे श्रृद्धा भाव से पूजा करने से भगवान सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। वहीं ज्‍योतिष में भी इस व्रत का खास महत्‍व होता है। जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है उन