श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं — मधुर भजन, बोल और महिमा वृंदावन की मधुर भक्ति — श्री बांकेबिहारी की आरती... श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं — वृंदावन के ठाकुर जी की भक्ति में लीन यह आरती भक्तों के मन को आनंद और शांति से भर देती है। बांके बिहारी जी, जो राधा-कृष्ण के संयुक्त स्वरूप माने जाते हैं, उनकी आरती गाने से जीवन में प्रेम, भक्ति और सुख-समृद्धि का संचार होता है। भजन — शब्द श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं । आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं । ॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं..॥ मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे, प्यारी बंसी मेरो मन मोहे । देख छवि बलिहारी मैं जाऊं । ॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं..॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी, जिसने सारी दुनिया तारी । मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं । ॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं..॥ दास अनाथ के नाथ आ...
जीवने यत् प्राप्तम् तदर्थं कृतज्ञतां धारयतु, यत् न प्राप्तम् तदर्थं धैर्यं धारयतु।