श्री यमुना चालीसा माँ यमुना जी की चालीसा पाठ... सनातन धर्म के अनुसार यमुना नदी को भारत की नदियों में पवित्र माना जाता है। यमुना चालीसा का श्रद्धा पूर्वक पाठ करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसे करने से घर में सुख- समृद्धि आती है। साथ ही घर में धन की कमी नहीं होती है। यमुना चालीसा पढ़ने या सुनने मात्र से ही भगवान श्री कृष्ण जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, और यमुना जी की आरती सच्चे मन से करने से यम का भय खत्म हो जाता है। माँ यमुना की यमुना चालीसा का पाठ का पाठ सम्पूर्ण भक्तिपूर्वक से करें। ॥ श्री यमुना चालीसा ॥ ॥ दोहा ॥ प्रियसंग क्रीड़ा करत नित, सुखनिधि वेद को सार । दरस परस ते पाप मिटे, श्रीकृष्ण प्राण आधार ॥ यमुना पावन विमल सुजस, भक्तिसकल रस खानि । शेष महेश वदंन करत, महिमा न जाय बखानि ॥ पूजित सुरासुर मुकुन्द प्रिया, सेवहि सकल नर-नार । प्रकटी मुक्ति हेतु जग, सेवहि उतरहि पार ॥ बंदि चरण कर जोरी कहो, सुनियों मातु पुकार । भक्ति चरण चित्त देई के, कीजै भव ते पार ॥ ॥ चौपाई ॥ जै जै जै यमुना महारानी । जय कालिन्दि कृष्ण पटरानी ॥१॥ रूप अनूप शोभा छवि न्या...
जीवने यत् प्राप्तम् तदर्थं कृतज्ञतां धारयतु, यत् न प्राप्तम् तदर्थं धैर्यं धारयतु।