Skip to main content

Jwalamukhi/List of world's major active volcanoes

विश्व के प्रमुख सक्रिय ज्वालामुखी की सूची | List of world's major active volcanoes in hindi

विश्व के प्रमुख सक्रिय ज्वालामुखी की सूची

ज्वालामुखी पृथ्वी पर स्थित वह स्थान है जहां पिघले हुए चट्टान जिसे मैग्मा कहते हैं, पृथ्वी की सतह पर लावा के रूप में आता है ज्वालामुखी कहलाता है, यह लावा ज्वालामुखी के मुख से सतह पर आस पास में बिखर जाता है और एक कोण का निर्माण करती है। सरल शब्दों में यह कहें कि ज्वालामुखी भू-पटल पर स्थित वह छिद्र है जिससे मैग्मा, जलवाष्प, एवं गैस का उद्गार होता रहता है। इन सभी गैसों में सर्वाधिक मात्रा में जलवाष्प गैस का उद्गार होता है तथा इन सभी ज्वालामुखी का ताप 600 C से 1200 C तक होता है। दुनिया भर में 500 से भी ज्यादा ज्वालामुखी है जिसमें कुछ सक्रिय हैं कुछ सुषुप्त हैं तथा कुछ शांत प्रकार के ज्वालामुखी हैं।
प्रतियोगी परीक्षा में अक्सर ज्वालामुखी से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते है। तो आपको ज्वालामुखी के बारे में अवश्य पढ़ना चाहिए।

विश्व के प्रमुख सक्रिय ज्वालामुखी की सूची
सक्रिय ज्वालामुखीस्थानऊँचाई (मीटर)विस्फोट की अंतिम तिथि/वर्ष
पोपोकातेपेटअल्तिप्लानो डे मेक्सिको54511920
एनाकराकोटा, इंडोनेशिया1551929
माउंट कैमरूनमोनार्क, कैमरून2781959
गुआल्लातिरीएंडीज, चिली60601960
फुएगोसिएरा माद्रे, ग्वाटेमाला37631962
सुरतसेदक्षिण-पूर्व-आइसलैंड1731963
अगुंगबाली द्वीप, इंडोनेशिया31421964
तुपुन्गतितीएंडीज, चिली56401964
लास्कारएंडीज, चिली56411968
क्ल्यूचेव्सकाया श्रेडिनी - खेर्बेट, यूएसएसआर (USSR)48501974
फ्रेबुसरॉस द्वीप, अंटार्कटिका 37951975
संगेएंडीज, कोलंबिया52301976
सेमरूजावा, इंडोनेशिया36761976
न्यारागोंगोविरुंगा, ज़ैरे34701977
पुरसएंडीज, कोलंबिया45901977
मैदना लोयाहवाई, अमरीका 41701978
माउंट एटनासिसिली, इटली33081979
ओजोस डेल सलादो एंडीज, अर्जेंटीना - चिली 68851981
नवादो डेल रुइज़एंडीज, कोलंबिया54001985
माउंट उन्जें होंसू, जापान1991
माउंट मायोंलुज़ोन, फिलीपींस 1991 & 1993
माउंट य्जफ़्जोएल्ल (Eyjafjoell)आइसलैंड2010, 17th April

विश्व के अन्य मुख्य ज्वालामुखी की सूची

टकाना, ओजोसडेल सेलेडो, कोटोपैक्सी, लैसर, टुपुंगटीटो, पोपोकैटेपिटल, सैंगे, क्ल्यूचेव्सकाया, प्यूरेस, टाजुमुल्को, मौनालोआ, माउण्टकैमरून, माउण्ट इरेबस, रिन्दजानी, पिको देल तेइदे, सेमेरू, नीरागोंगा, कोरयाक्सकाया, इराजू, स्लामाट, माउण्टस्पर, माउण्ट एटना, लैसेन पीक, माउण्ट सेण्ट हेलेन्स, टैम्बोरा, द पीक, माउण्ट लेमिंटन, माउण्ट पीली, हेक्सा, लासाओफैरी, विसूवियस, किलाउस, स्ट्राम्बोली, सैण्टोरिनी, बलकैनो, पैरीक्यूटिन, सरट्से, एनैक क्राकाटाओ और तोबा।

प्रतियोगिता परीक्षाओं में ज्वालामुखी से पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्नउत्तर
भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी कौन सा है?बैरन ज्वालामुखी
भारत का एकमात्र सुषुप्त ज्वालामुखी कौन सा है?नारकोंडम ज्वालामुखी
भूमध्य सागर का प्रकाश स्तंभ किसे कहते हैं? स्ट्रॉम्बोली ज्वालामुखी को
विश्व का एकमात्र सबसे सक्रिय ज्वालामुखी कौन सी है?किलामू ज्वालामुखी
विश्व में सबसे ऊंचाई पर स्थित शांत ज्वालामुखी कौन सी है?एकांकागुआ
विश्व की सबसे ऊंची पर्वत ज्वालामुखी कौन सी है?कोटोपैक्सी ज्वालामुखी
विश्व की सबसे ऊंचाई पर स्थित सक्रिय ज्वालामुखी कौन सी है?ओजस डेल सालाडो
लंबे समय तक शांत रहकर विस्फोट करने वाला ज्वालामुखी क्या कहलाता है?सुषुप्त ज्वालामुखी
पृथ्वी के नीचे द्रवित सेल क्या कहलाता है?मैग्मा
ज्वालामुखी के कप आकर के मुंह को क्या कहा जाता है?क्रेटर
कोटोपैक्सी ज्वालामुखी कहां स्थित है?इक्वाडोर
ज्वालामुखी की सक्रियता सर्वाधिक कहां पाई जाती है?जापान
विश्व के किस महाद्वीप में एक भी ज्वालामुखी नहीं है?ऑस्ट्रेलिया
Related Pages:
  1. विश्व की प्रमुख ज्वालामुखी का नाम
  2. भारत के प्रमुख लोक नृत्य सूची
  3. नदियों के किनारे बसे भारत के प्रमुख शहर
  4. विश्व के प्रमुख देशों के समाचार पत्रों के नाम
  5. विश्व के प्रमुख देश, राजधानी एवं उनकी मुद्राओं की सूची
  6. संस्कृत में गिनती 1 से 100 तक
  7. विश्व के प्रमुख देशों के राष्ट्रीय पशु
  8. महत्वपूर्ण राष्ट्रीय दिवस और अन्तर्राष्ट्रीय दिवस
  9. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नरों की सूची
  10. विश्व के प्रमुख भौगोलिक उपनाम की सूची
  11. विश्व के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र की सूचि
  12. प्रमुख व्यक्तियों के लोकप्रिय उपनाम की सूचि
  13. भारत के प्रमुख शहरों के भौगोलिक उपनाम
  14. भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान (National Parks) की सूची
  15. भारत की नदियाँ और उनकी सहायक नदियाँ
  16. भारत की प्राचीन नदियों के नाम
  17. भारत के प्रमुख बांध एवं नदी परियोजनाएँ

Comments

Popular posts from this blog

Shri Shiv-stuti - नंदी की सवारी नाग अंगीकार धारी।

श्री शिव स्तुति भोले शिव शंकर जी की स्तुति... ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय भगवान शिव स्तुति : भगवान भोलेनाथ भक्तों की प्रार्थना से बहुत जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। इसी कारण उन्हें 'आशुतोष' भी कहा जाता है। सनातन धर्म में सोमवार का दिन को भगवान शिव को समर्पित है। इसी कारण सोमवार को शिव का महाभिषेक के साथ साथ शिव की उपासना के लिए व्रत भी रखे जाते हैं। अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि पाना के लिए सोमवार के दिन शिव स्तुति का जाप करना आपके लिए लाभकारी होगा और स्तुति का सच्चे मन से करने पर भोले भंडारी खुश होकर आशीर्वाद देते है। ॥ शिव स्तुति ॥ ॥ दोहा ॥ श्री गिरिजापति बंदि कर चरण मध्य शिर नाय। कहत गीता राधे तुम मो पर हो सहाय॥ कविता नंदी की सवारी नाग अंगीकार धारी। नित संत सुखकारी नीलकण्ठ त्रिपुरारी हैं॥ गले मुण्डमाला भारी सर सोहै जटाधारी। बाम अंग में बिहारी गिरिजा सुतवारी हैं॥ दानी बड़े भारी शेष शारदा पुकारी। काशीपति मदनारी कर शूल च्रकधारी हैं॥ कला जाकी उजियारी लख देव सो निहारी। यश गावें वेदचारी सो

jhaankee - झांकी उमा महेश की, आठों पहर किया करूँ।

भगवान शिव की आरती | BHAKTI GYAN भगवान शिव की आरती... ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: भगवान शिव की पूजा के समय मन के भावों को शब्दों में व्यक्त करके भी भगवान आशुतोष को प्रसन्न किया जा सकता है। भगवान शिव की आरती से हम भगवान भोलेनाथ के चरणों में अपने स्तुति रूपी श्रद्धासुमन अर्पित कर उनका कृपा प्रसाद पा सकते हैं। ॥ झांकी ॥ झांकी उमा महेश की, आठों पहर किया करूँ। नैनो के पात्र में सुधा, भर भर के मैं पिया करूँ॥ वाराणसी का वास हो, और न कोई पास हो। गिरजापति के नाम का, सुमिरण भजन किया करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... जयति जय महेश हे, जयति जय नन्द केश हे। जयति जय उमेश हे, प्रेम से मै जपा करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... अम्बा कही श्रमित न हो, सेवा का भार मुझको दो। जी भर के तुम पिया करो, घोट के मैं दिया करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... जी मै तुम्हारी है लगन, खीचते है उधर व्यसन। हरदम चलायमान हे मन, इसका उपाय क्या करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... भिक्षा में नाथ दीजिए, सेवा में मै रहा करूँ। बेकल हु नाथ रात दिन चैन

Sri Shiva\Rudrashtakam\Shri Rudrashtakam Stotram

श्री शिव रुद्राष्टक स्तोत्र श्री शिव रुद्राष्टक स्तोत्र... !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! भगवान शिव शंकर जी आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं। यदि भक्त श्रद्धा पूर्वक एक लोटा जल भी अर्पित कर दे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। 'श्री शिव रुद्राष्टकम' अपने आप में अद्भुत स्तुति है। यदि कोई आपको परेशान कर रहा है तो किसी शिव मंदिर या घर में ही कुशा के आसन पर बैठकर लगातार 7 दिनों तक सुबह शाम 'रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ करने से भगवान शिव बड़े से बड़े शत्रुओं का नाश करते हैं और सदैव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। रामायण के अनुसार, मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम ने रावण जैसे भयंकर शत्रु पर विजय पाने के लिए रामेशवरम में शिवलिंग की स्थापना कर रूद्राष्टकम स्तुति का श्रद्धापूर्वक पाठ किया था और परिणाम स्वरूप शिव की कृपा से रावण का अंत भी हुआ था। ॥ श्री शिव रुद्राष्टक स्तोत्र ॥ नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम्। निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भज

Dwadash Jyotirlinga - सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।

सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्। द्वादश ज्योतिर्लिंग... हिन्दू धर्म में यह माना जाता है कि जो मनुष्य प्रतिदिन प्रात:काल और संध्या के समय इन बारह ज्योतिर्लिंगों का नाम लेता है, उसके सात जन्मों का किया हुआ पाप इन लिंगों के स्मरण मात्र से मिट जाता है। श्री द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम् सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्। उज्जयिन्यां महाकालमोंकारममलेश्वरम्॥१॥ परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमाशंकरम्। सेतुबंधे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥२॥ वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यंबकं गौतमीतटे। हिमालये तु केदारम् घुश्मेशं च शिवालये॥३॥ एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः। सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति॥४॥ Related Pages: श्रीहनुमदष्टोत्तरशतनामस्तोत्रम् चिन्तामणि षट्पदी स्तोत्र गणपतितालम् श्री कालभैरव अष्टकम् अंगना पधारो महारानी मोरी शारदा भवानी देवी भजन- इंद्राक्षी स्तोत्रम् श्री शिव प्रातः स्मरणस्तोत्रम् 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग राम रक्षा स्तोत्र संकटमोचन हनुमानाष्टक संस्कृत में मारुति स्तो

Mata Chamunda Devi Chalisa - नमस्कार चामुंडा माता, तीनो लोक मई मई विख्याता

चामुण्डा देवी की चालीसा | BHAKTI GYAN चामुण्डा देवी की चालीसा... हिंदू धर्म में मां दुर्गा को शक्ति स्वरूपा माना गया है। भारतवर्ष में कुल 51 शक्तिपीठ है, जिनमे से एक चामुण्‍डा देवी मंदिर शक्ति पीठ भी है। चामुण्डा देवी का मंदिर मुख्यता माता काली को समर्पित है, जो कि शक्ति और संहार की देवी है। पुराणों के अनुसार धरती पर जब कोई संकट आया है तब-तब माता ने दानवो का संहार किया है। असुर चण्ड-मुण्ड के संहार के कारण माता का नाम चामुण्डा पड़ा। श्री चामुंडा देवी मंदिर को चामुंडा नंदिकेश्वर धाम के नाम से भी जाना जाता है, यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की धर्मशाला तहसील में पालमपुर शहर से 19 K.M दूर स्थित है। जो माता दुर्गा के एक रूप श्री चामुंडा देवी को समर्पित है। || चालीसा || ।। दोहा ।। नीलवरण मा कालिका रहती सदा प्रचंड, दस हाथो मई ससत्रा धार देती दुस्त को दांड्ड़ । मधु केटभ संहार कर करी धर्म की जीत, मेरी भी बढ़ा हरो हो जो कर्म पुनीत ।। ।। चौपाई ।। नमस्कार चामुंडा माता, तीनो लोक मई मई विख्याता । हिमाल्या मई पवितरा धाम है, महाशक्ति तुमको प्रडम है ।।1।।

Lingashtakam\Shiv\lingashtakam stotram-लिङ्गाष्टकम्

श्री लिंगाष्टकम स्तोत्र श्री शिव लिंगाष्टकम स्तोत्र... !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! लिंगाष्टकम में शिवलिंग की स्तुति बहुत अद्बुध एवं सूंदर ढंग से की गयी है। सुगंध से सुशोभित, शिव लिंग बुद्धि में वृद्धि करता है। चंदन और कुमकुम के लेप से ढका होता है और मालाओं से सुशोभित होता है। इसमें उपासकों के पिछले कर्मों को नष्ट करने की शक्ति है। इसका पाठ करने वाला व्यक्ति हर समय शांति से परिपूर्ण रहता है और साधक के जन्म और पुनर्जन्म के चक्र के कारण होने वाले किसी भी दुख को भी नष्ट कर देता है। ॥ लिंगाष्टकम स्तोत्र ॥ ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् । जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥ देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गं कामदहं करुणाकरलिङ्गम् । रावणदर्पविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥२॥ सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गं बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम् । सिद्धसुरासुरवन्दितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥३॥ कनकमहामणिभूषितलिङ्गं फणिपतिवेष्टितशोभितलिङ्गम् । दक्षसुयज्ञविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्ग

Temples List\India’s Famous Temple Names in Hindi

भारत के प्रमुख मंदिरो की सूची भारत के प्रमुख मंदिरो की सूची... भारतीय सभ्यता दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है एवं सनातन काल से यहां मंदिरो की विशेष मान्यताये है। भारत के हर राज्य में कई प्रसिद्ध मंदिर है। ऐसे मंदिर भी है जिनमे की वर्ष भर आने वाले श्रद्धालुओ का तांता ही लगा रहता है, जो आमतौर पर अपने विस्तृत वास्त़ुकला और समृद्ध इतिहास के लिए जाने जाते हैं। भारत के कुछ प्रमुख मंदिरो के नाम यहां हमने सूचीबद्ध किये है। भारत के प्रमुख मंदिर सूची क्र. संख्या प्रसिद्द मंदिर स्थान 1 बद्रीनाथ मंदिर बद्रीनाथ, उत्तराखंड 2 केदारनाथ मंदिर केदारनाथ, उत्तराखंड 3 यमुनोत्री मंदिर उत्तरकाशी, उत्तराखंड 4 गंगोत्री मंदिर गंगोत्री, उत्तराखंड 5 हिडिम्बा देवी मंदिर मनाली, हिमाचल प्रदेश 6 अमरनाथ मंदिर पहलगाम, जम्मू कश्मीर 7 माता वैष्णो देवी मंदिर कटरा, जम्मू कश्मीर 8 मार्तण्ड सूर्य मंदिर अनंतनाग, कश्मीर 9 काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी, उत्तर प्रदेश 10 प्रेम मंदिर मथुरा, उत्तरप्रदेश