श्री हरि स्तोत्र भगवान विष्णु के लोकप्रिय स्तोत्रों में से एक है। श्री हरि स्तोत्रम्... हरि ॐ| हरि ॐ | हरि ॐ | हरि ॐ | हरि ॐ श्री हरि स्तोत्र भगवान विष्णु के लोकप्रिय स्तोत्रों में से एक है। जो व्यक्ति प्रतिदिन श्री हरि स्तोत्र का स्मरण करता है, उसे निश्चय ही भगवान विष्णु की प्राप्ति होती है और वह पुनर्जन्म के कष्ट से मुक्त हो जाता है। श्री हरि स्तोत्रम् पढ़ने से निश्चित ही धन धान्य की प्राप्ति कीर्ति में बढ़ोतरी होती है तथा सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में प्रेम और आनंद का संचार होता है। आइए, श्री हरि स्तोत्रम् पढ़ें। ॥ श्री हरि स्तोत्रम् ॥ जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालंशरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालं नभोनीलकायं दुरावारमायंसुपद्मासहायम् भजेऽहं भजेऽहं॥१॥ सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्पहासंजगत्सन्निवासं शतादित्यभासं गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रंहसच्चारुवक्त्रं भजेऽहं भजेऽहं॥२॥ रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रातसारंजलान्तर्विहारं धराभारहारं चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपंध्रुतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहं॥३॥ जराजन्महीनं परानन्दपीनंसमाधानलीनं सदैवानवीनं जगज्जन्महेतुं सुरानी
जीवने यत् प्राप्तम् तदर्थं कृतज्ञतां धारयतु, यत् न प्राप्तम् तदर्थं धैर्यं धारयतु।