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Showing posts from January, 2025

Suryakavach/सूर्य कवच संस्कृत में/Suryasya Kavach

सूर्य कवच सूर्य कवच संस्कृत में... ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय सूर्य कवच एक रक्षात्मक स्तोत्र है। इसका पाठ करने से शरीर स्वस्थ रहता है और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। पुराणों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन इस कवच का पाठ करने से सात पीढ़ियों तक की रक्षा होती है। मकर संक्रांति इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है, जिसका अर्थ है सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ता है। सूर्य कवच Play Audio श्री गणेशाय नमः शृणुष्व मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचं शुभम्। शरीरारोग्यदं दिव्यं सर्व सौभाग्यदायकम् ॥१॥ दीप्तिमानं मुकुटं स्फुरन्मकरकुण्डलम्। ध्यान्त्वा सहस्रकिरणं स्तोत्रमेतदुदीरयेत् ॥२॥ शिरो मे भास्करः पातु ललाटे मेऽमितद्युतिः। नेत्रे दिनमणिः पातु श्रवणे वासरेश्वरः ॥३॥ घ्राणं धर्मधुरीणः पातु वदनं वेदवाहनः। जिह्वां मे मानदः पातु कण्ठं मे सूर्यवन्दितः ॥४॥ स्कन्धौ प्रभाकरं पातु वक्षः पातु जनप्रियः। ...

Mahadev Ashtakam/Har Har Mahadev/महादेवाष्टकम्

महादेवाष्टकम् महादेवाष्टकम्... ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय महादेवाष्टकम" पाठ शिवजी की स्तुति है। यह स्तोत्र भगवान शिव की स्तुति में रचित है। इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ पढ़ने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। ॐ नमः शिवाय ॐ महादेवाष्टकम् Play Audio मोक्षलक्ष्मीगृहद्वारकवोटोद्घाटनध्वनिः । महादेव महादेव महादेवेत्ययं ध्वनिः ॥१॥ वैवस्वतमहाराजमौलिसंगकुट्नध्वनिः । महादेव महादेव महादेवेत्ययं ध्वनिः ॥२॥ कैलासनगरद्वारमहाघण्टारवध्वनिः । महादेव महादेव महादेवेत्ययं ध्वनिः ॥३॥ महापातकमत्तेभत्रासकण्ठोरध्वनिः । महादेव महादेव महादेवेत्ययं ध्वनिः ॥४॥ महेश्वरमहोक्षस्य घण्टाघणघणध्वनिः । महादेव महादेव महादेवेत्ययं ध्वनिः ॥५॥ मुक्त्यंगनाकरस्पर्शविवाहपटहध्वनिः । महादेव महादेव महादेवेत्ययं ध्वनिः ॥६॥ मत्सेवनासमायातजयश्रीदुन्दुभिध्वनिः । महादेव महादेव महादेवेत्ययं ध्वनिः ॥७॥ पापाटवीप्रविष्टाग्निज्वालाचटचटध्वनिः । महादेव महादेव म...

Ambā Stotram/अम्बास्तोत्रम्/अम्बा स्तोत्रम/ अम्ब प्रसाद वरदा भवदुःखनाशिनी।

अम्बास्तोत्रम्... ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय अम्बा स्तोत्रम में माँ अम्बा से प्रार्थना की है, हे माँ, कृपालु, वरदानी, आपके कष्टों का नाश करने वाली। हे माँ, कृपया इस संसार में महान समृद्धि का आशीर्वाद दें। अम्बास्तोत्रम् ॐ श्रीगणेशाय नमः। अम्ब प्रसाद वरदा भवदुःखनाशिनी। कामान्ममाशु परिपूरय कामधेनो। अधैव मे रिपुगणाः विलयं प्रयान्तु। वीर्यं जयं च विपुलं च यशः प्रदेहि॥१॥ अम्ब प्रसिद महतीं श्रियमत्र लोके। सर्वात्मिकां वितरतादितरानपेक्षम्। सम्पन्नकरीं सुखकरीं भवतीं भजस्ते। यस्तस्य दुर्लभमिह त्रिदिवेऽपि नास्ति॥२॥ अम्ब प्रसिद शतकोटिधरादिदेव। समेतविदाढियुगले सकलैष्टदात्रि। यस्मिन्प्रसीदति नागमती भवानी। धन्यः स एव जगतो च स एव सेव्यः॥३॥ अम्ब प्रसिद सकृद्दृगुजगन्निवास। क्रीडागृहे कमलवासि समाप्रतीहेमपर्ण। सम्पत्ति कल्पलतिके त्वदपाङ्गरेखा। ब्रह्मादयोऽपि परिगृह्य ...