श्री मारुती स्तोत् श्री मारुती स्तोत्र... मारुति स्तोत्र, पवन पुत्र हनुमान जी को समर्पित है। मारुति स्तोत्रम बेहद ही प्रभावशाली स्तोत्र माना जाता है, इस स्तोत्र के माध्यम से बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जिस के ऊपर अंजनि के लाल हनुमान जी का आशीर्वाद हो तो उसके जीवन में कोई भी संकट नहीं आता है। जो व्यक्ति हनुमान जी का स्मरण सच्चे हृदय से करता है उसके जीवन में आने वाली सारी विपदाएँ दूर हो जाती हैं। उसका जीवन सुखद और निरोगी काया के होता है। ॥ श्री मारुती स्तोत्र ॥ || मारुति स्तोत्रम् || ॐ नमो भगवते विचित्रवीरहनुमते प्रलयकालानलप्रभाप्रज्वलनाय। प्रतापवज्रदेहाय। अंजनीगर्भसंभूताय। प्रकटविक्रमवीरदैत्यदानवयक्षरक्षोगणग्रहबंधनाय। भूतग्रहबंधनाय। प्रेतग्रहबंधनाय। पिशाचग्रहबंधनाय। शाकिनीडाकिनीग्रहबंधनाय। काकिनीकामिनीग्रहबंधनाय। ब्रह्मग्रहबंधनाय। ब्रह्मराक्षसग्रहबंधनाय। चोरग्रहबंधनाय। मारीग्रहबंधनाय। एहि एहि। आगच्छ आगच्छ। आवेशय आवेशय। मम हृदये प्रवेशय प्रवेशय। स्फुर स्फुर। प्रस्फुर प्रस्फुर। सत्यं कथय। व्याघ्रमुखबंधन सर्पमुखबंधन राजमुखबंधन नारीमुख
जीवने यत् प्राप्तम् तदर्थं कृतज्ञतां धारयतु, यत् न प्राप्तम् तदर्थं धैर्यं धारयतु।