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Showing posts from October, 2022

Arunachalashtakam/Arunachala Ashtakam in Hindi

Sri Mahaganesh Pancharatnam Stotram in hindi – श्री महागणेश पंचरत्नम् स्त्रोत्रम अरुणाचलाष्टकम्... अरुणाचलष्टक भगवान श्री अरुणाचलेश्वर की महिमा तथा स्तुति करने वाला एक आठ श्लोक है, जो तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में अरुणाचलेश्वर मंदिर के पीठासीन देवता हैं। अरुणाचलम एक पहाड़ी है और इसे अरुणाचलम, अन्नामलाई, अरुणगिरी आदि के नाम से भी जाना जाता है। भगवान शिव की उपासना को समर्पित यह श्री अरुणाचलेश्वर मंदिर, विश्व भर में भगवान शिव का सबसे बड़ा मंदिर है। भगवान शिव या "अरुणाचलेश्वर" की कृपा के लिए भक्ति के साथ इसका जाप करें। 卐 अरुणाचलाष्टकम् 卐 दर्शनादभ्रसदसि जननात्कमलालये । काश्यां तु मरणान्मुक्तिः स्मरणादरुणाचले ॥ १ ॥ करुणापूरितापाङ्गं शरणागतवत्सलम् । तरुणेन्दुजटामौलिं स्मरणादरुणाचलम् ॥ २ ॥ समस्तजगदाधारं सच्चिदानन्दविग्रहम् । सहस्ररथसोपेतं स्मरणादरुणाचलम् ॥ ३ ॥ काञ्चनप्रतिमाभासं वाञ्छितार्थफलप्रदम् । मां च रक्ष सुराध्यक्षं स्मरणादरुणाचलम् ॥ ४ ॥ बद्धचन्द्रजटाजूटमर्धनारीकलेबरम् । वर्धमानदयाम्भोधिं स्मरणादरुणाचलम् ॥ ५ ॥ काञ्चनप्रतिमाभासं सूर्यकोटिसमप्रभम

Ganesh/Ganapati Gakar Ashtottara Shat Namavali - Stotram in hindi

Ganapati Gakar Ashtottara Shat Namavali Stotram in hindi – गणपति गकार अष्टोत्तर शत नामावलि गणपति गकार अष्टोत्तर शत नामावलि... गणपति गकार अष्टोत्तर शत नामावलि स्तोत्रम। भगवान गौरी नंदन श्री गणेश की कृपा के लिए इसका जाप करें। 卐 गणपति गकार अष्टोत्तर शत नामावलि 卐 ॐ गकाररूपाय नमः ॐ गंबीजाय नमः ॐ गणेशाय नमः ॐ गणवंदिताय नमः ॐ गणाय नमः ॐ गण्याय नमः ॐ गणनातीतसद्गुणाय नमः ॐ गगनादिकसृजे नमः ॐ गंगासुताय नमः ॐ गंगासुतार्चिताय नमः ॐ गंगाधरप्रीतिकराय नमः ॐ गवीशेड्याय नमः ॐ गदापहाय नमः ॐ गदाधरसुताय नमः ॐ गद्यपद्यात्मककवित्वदाय नमः ॐ गजास्याय नमः ॐ गजलक्ष्मीपते नमः ॐ गजावाजिरथप्रदाय नमः ॐ गंजानिरतशिक्षाकृतये नमः ॐ गणितज्ञाय नमः ॐ गंडदानांचिताय नमः ॐ गंत्रे नमः ॐ गंडोपलसमाकृतये नमः ॐ गगनव्यापकाय नमः ॐ गम्याय नमः ॐ गमनादिविवर्जिताय नमः ॐ गंडदोषहराय नमः ॐ गंडभ्रमद्भ्रमरकुंडलाय नमः ॐ गतागतज्ञाय नमः ॐ गतिदाय नमः ॐ गतमृत्यवे नमः ॐ गतोद्भवाय नमः ॐ गंधप्रियाय नमः ॐ गंधवाहाय नमः ॐ गंधसिंधुरबृंदगाय नमः ॐ गंधादिपूजिताय नमः ॐ गव्यभोक्त्रे नमः ॐ गर्गादिस

Mahaganesh/Pancharatnam/Sri Mahaganesh Pancharatnam Stotram in hindi

श्री महागणेश पंचरत्नम् स्त्रोत्रम श्री महागणेश पंचरत्नम् स्त्रोत्रम... श्री महागणेश पंचरत्नम् भगवान गणेश की महिमा तथा स्तुति में एक पांच श्लोक स्तोत्रम है। भगवान गौरी नंदन श्री गणेश की कृपा के लिए इसका जाप करें। 卐 श्री महागणेश पंचरत्नम् 卐 मुदाकरात्त मोदकं सदा विमुक्ति साधकम् । कलाधरावतंसकं विलासिलोक रक्षकम् । अनायकैक नायकं विनाशितेभ दैत्यकम् । नताशुभाशु नाशकं नमामि तं विनायकम् ॥ १ ॥ नतेतराति भीकरं नवोदितार्क भास्वरम् । नमत्सुरारि निर्जरं नताधिकापदुद्ढरम् । सुरेश्वरं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरम् । महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरंतरम् ॥ २ ॥ समस्त लोक शंकरं निरस्त दैत्य कुंजरम् । दरेतरोदरं वरं वरेभ वक्त्रमक्षरम् । कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करम् । मनस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम् ॥ ३ ॥ अकिंचनार्ति मार्जनं चिरंतनोक्ति भाजनम् । पुरारि पूर्व नंदनं सुरारि गर्व चर्वणम् । प्रपंच नाश भीषणं धनंजयादि भूषणम् । कपोल दानवारणं भजे पुराण वारणम् ॥ ४ ॥ नितांत कांति दंत कांति मंत कांति कात्मजम् । अचिंत्य रूपमंत हीन मंतराय कृंतनम् । हृदंतरे निरंतरं वस

Dakshinamurthy/Pancharatnam/Sri Dakshinamurthy Pancharatnam Stotram in hindi

श्रीं दक्षिणामूर्ति पंचरत्नम स्त्रोत्रम श्रीं दक्षिणामूर्ति पंचरत्नम स्त्रोत्रम... दक्षिणामूर्ति पंचरत्नम भगवान शिव की महिमा तथा स्तुति में एक पांच श्लोक स्तोत्रम है। भगवान शिव की कृपा के लिए इसका जाप करें। 卐 श्री दक्षिणामूर्ति पंचरत्नम् 卐 मत्तरोग शिरोपरिस्थित नृत्यमानपदाम्बुजं भक्तचिन्तितसिद्धिकालविचक्षणं कमलेक्षणम् । भुक्तिमुक्तिफलप्रदं भुविपद्मजाच्युतपूजितं दक्षिणामुखमाश्रये मम सर्वसिद्धिदमीश्वरम् ॥ १ ॥ वित्तदप्रियमर्चितं कृतकृशा तीव्रतपोव्रतैः मुक्तिकामिभिराश्रितैः मुहुर्मुनिभिर्दृढमानसैः । मुक्तिदं निजपादपङ्कजसक्तमानसयोगिनां दक्षिणामुखमाश्रये मम सर्वसिद्धिदमीश्वरम् ॥ २ ॥ कृत्तदक्षमखाधिपं वरवीरभद्रगणेन वै यक्षराक्षसमर्त्यकिन्नरदेवपन्नगवन्दितम् । रत्नभुग्गणनाथभृत् भ्रमरार्चिताङ्घ्रिसरोरुहं दक्षिणामुखमाश्रये मम सर्वसिद्धिदमीश्वरम् ॥ ३ ॥ नक्तनादकलाधरं नगजापयोधरमण्डलं लिप्तचन्दनपङ्ककुङ्कुममुद्रितामलविग्रहम् । शक्तिमन्तमशेषसृष्टिविधानके सकलं प्रभुं दक्षिणामुखमाश्रये मम सर्वसिद्धिदमीश्वरम् ॥ ४ ॥ रक्तनीरजतुल्यपादपयोज सन्मणि नूपुरं बन्धनत्र

Kalabhairavashtakam/Sri Kaal bhairav ashtakam in hindi

कालभैरवाष्टकम् श्री कालभैरव अष्टकम् – कालभैरवाष्टकम्... कालभैरवाष्टकम् आदि शंकराचार्य द्वारा संस्कृत भाषा में आठ श्लोकों में कालभैरव के गुणों का वर्णन एवं एक श्लोक में स्तुति की गयी है। कालभैरव भगवान शिव के स्वरूप हैं। कालभैरव न्यायप्रिय देवता है इन्हें क्षेत्रपाल भी कहा जाता है। इन का निवास हिंदू तीर्थ काशी नगरी के तट पर है। आदि शंकराचार्य ने कालभैरव को प्रसन्न करने हेतु नौ श्लोकों के एक स्तोत्र की रचना की। जिसमें से आठ श्लोक कालभैरव की महिमा तथा स्तुति करने वाले हैं और नौंवा श्लोक फलश्रुति है। इस कारण नौ श्लोक होते हुए भी इस स्तोत्र को कलभैरवाष्टक कहा जाता है। कालभैरव को सभी बाधाओं का शीघ्र ही निवारण करने वाले भगवान माने जाते हैं। इन के ध्यान मात्र से प्रेत और तांत्रिक बाधाएं भी दूर हो जाती हैं। संतान की दीर्घायु के लिए भी इन की पूजा की जाती है। ये कष्टों को दूर करने वाले देवता कहलाते है। 卐 श्री कालभैरव अष्टकम् 卐 ॐ देवराजसेव्यमानपावनाङ्घ्रिपङ्कजं व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम् । नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे॥ १॥ भ

Goddess/Maa Durga/Jagdambe/Devee Vandana in Hindi

श्री दुर्गा वंदना जय जय माँ दुर्गे देवी वंदना... माँ की कृपा से सिद्धि-बुद्धि, धन-बल और ज्ञान-विवेक की प्राप्ति होती है, और इंसान धनी बनता है, तरक्की करता है। माँ शक्ति की देवी हैं, जीवन में हर एक कार्य को करने के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है; उसी प्रकार परमात्मा को सृजन; पालन और संहार के लिए भी शक्ति की आवश्यकता होती है। माँ ही वह शक्ति हैं; जिनके सहारे परमात्मा सृष्टि का नियमन करता है। माँ की वंदना से भक्त लाभान्वित होंगे। 卐 देवी वंदना 卐 जय जय माँ दुर्गे, जगदम्बे जय जय माँ शक्ति स्वरूपा। जय जय माँ पहाड़ों वाली, हम को भी शक्ति का वर दे माँ। माँ तू है सारे जग की जननी, करती हो शेरों की सवारी। अपने भक्तों पर प्यार लुटाती, शिव- शंकर की तू है प्यारी। माँ मेरे मन में तेरी ही भक्ति, मन को मेरे करुणा से भर दो। सब को खुशियाँ दे सकूँ मैं, हर सकूँ दूसरों की पीड़ा भी। नेक राह पर चल सकूँ सदा मैं, गिरी कभी तो स्वयं सम्हल सकूँ। मन में मेरे शक्ति अपार भर दे, माँ मुझको शक्ति का वर दे। Related Pages: महालक्ष्मी धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी के लिए प्र

Durga/Vandana/Shree Durga Vandana in Hindi

श्री दुर्गा वंदना माँ दुर्गा की वंदना... माँ दुर्गा की कृपा से सिद्धि-बुद्धि, धन-बल और ज्ञान-विवेक की प्राप्ति होती है, और इंसान धनी बनता है, तरक्की करता है। माँ दुर्गा शक्ति की देवी हैं, जीवन में हर एक कार्य को करने के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है; उसी प्रकार परमात्मा को सृजन; पालन और संहार के लिए भी शक्ति की आवश्यकता होती है। भगवती दुर्गा ही वह शक्ति हैं; जिनके सहारे परमात्मा सृष्टि का नियमन करता है। माँ दुर्गा की वंदना से भक्त लाभान्वित होंगे। 卐 दुर्गा वन्दना 卐 जय जय जय जननी। जय जय जय जननी। जय जननी, जय जन्मदायिनी। विश्व वन्दिनी लोक पालिनी। देवि पार्वती, शक्ति शालिनी। जय जय जय जननी। जय जय जय जननी। परम पूजिता, महापुनीता। जय दुर्गा, जगदम्बा माता। जन्म मृत्यु भवसागर तरिणी। जय जय जय जननी। जय जय जय जननी। सर्वरक्षिका, अन्नपूर्णा। महामानिनी, महामयी मां। ज्योतिरूपिणी, पथप्रदर्शिनी। जय जय जय जननी। जय जय जय जननी। सिंहवाहिनी, शस्त्रधारिणी। पापभंजिनी, मुक्तिकारिणी। महिषासुरमर्दिनी, विजयिनी। जय जय जय जननी। जय जय जय जननी। Related Pages: मां दुर

GK/2022/GK Questions in hindi with Answers

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण G K प्रश्न सामान्य ज्ञान के सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न हिंदी में... जीके के महत्वपूर्ण प्रश्न: जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के सामान्य जागरूकता अनुभाग में अक्सर पूछे जाते हैं। अपने सामान्य ज्ञान को बढ़ाने के लिए आपको एक बार अवश्य पढ़ना चाहिए। जीके के महत्वपूर्ण प्रश्न: प्रश्न -  किस ग्रंथ में चंद्रगुप्‍त मौर्य के लिए कुलहीन शब्‍द का प्रयोग हुआ। उत्तर.  मुद्राराक्षस। प्रश्न -  चंद्रगुप्‍त के बाद किसने शासन प्राप्‍त किया। उत्तर.  बिंदुसार ने। प्रश्न -  बिन्‍दुसार किस संप्रदाय का अनुयायी था। उत्तर.  आजीवक संप्रदाय। प्रश्न -  किस विद्धान बिंदुसार को 16 राज्‍यों का विजेता बताया। उत्तर.  तारानाथ ने। प्रश्न -  अशोक मगध की गद्दी पर कब बैठा। उत्तर.  269 ई.पू.। प्रश्न -  अशोक की माता का क्‍या नाम था। उत्तर.  शुभद्रांगी। प्रश्न -  यूटीआई (UTI) बैंक वर्तमान में किस नाम से जाना जाता है? उत्तर.  एक्सिस बैंक (3 दिसम्बर, 1993) प्रश्न -  स्वामी विवेकानंद का जन्म-दिन, कब राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता ह