हनुमान वडवानल स्तोत्र श्री हनुमान् बडबानल स्तोत्रम्... हनुमान वडवानल स्तोत्र की रचना विभीषण द्वारा की गयी थी जो की भगवान राम व हनुमान जी के अनन्य भक्त थे। यह स्त्रोत हनुमान जी की उपासना करने का एक महामंत्र है, अपने सभी रोगों के निवारण के लिए, अपनी दीर्घायु, स्वास्थ्य और धन की वृद्धि के लिए, शत्रु विनाश के लिए इस हनुमान बडबनला स्तोत्र का जप करें। सभी पापों के लिए और श्री सीता रामचंद्र की प्रसन्नता के लिए। यदि इसके साथ हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जाए तो अविश्वसनीय रूप से फलदायी होता है। विभीषण ने सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति के लिए इस ‘हनुमान वडवानल स्तोत्र’ की रचना की। इस स्तोत्र पर श्री राम, हनुमान जी के आशीर्वाद के साथ साथ विभीषण जी का तपोबल भी सम्मिलित है। इस स्तोत्र के प्रारंभ में हनुमान जी के गुणों तथा शक्तियों की जबरदस्त प्रशंसा की गयी है। हनुमान जी से खराब स्वास्थ्य और सभी प्रकार की परेशानियों को दूर करने का अनुरोध किया गया, साथ ही सभी प्रकार के भय, परेशानी से रक्षा करने और सभी बुरी आदतों से मुक्त करने का अनुरोध किया गया है। हनुमान जी से आशीर्वाद, तथा अपने जीवन...
जीवने यत् प्राप्तम् तदर्थं कृतज्ञतां धारयतु, यत् न प्राप्तम् तदर्थं धैर्यं धारयतु।