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Showing posts from September, 2025

argala-stotram-labh-vidhi/श्री अर्गला स्तोत्रम्

श्री अर्गला स्तोत्रम्: रूप, जय, यश और सर्व बाधा निवारण का अचूक पाठ श्री अर्गला स्तोत्रम्: शक्ति और सौभाग्य का अचूक मार्ग... श्री अर्गला स्तोत्रम् श्री दुर्गा सप्तशती का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावी अंग है। "अर्गला" का शाब्दिक अर्थ बाधा या ताला होता है। इस स्तोत्र के पाठ का मूल उद्देश्य माँ भगवती से प्रार्थना करना है कि वह हमारे जीवन के मोक्ष, सुख और सफलता के मार्ग में लगे सभी तालों (बाधाओं) को खोल दें। यह स्तोत्र मात्र पूजा का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह भौतिक और आध्यात्मिक दोनों क्षेत्रों में साधक को पूर्णता प्रदान करने वाला एक शक्तिशाली बीज मंत्र समूह है। ॥ अर्गला स्तोत्रम् ॥ ॐ अस्य श्रीअर्गलास्तोत्रमन्त्रस्य विष्णुऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः श्रीमहालक्ष्मीर्देवता, श्रीमन्नवार्णवे सप्तशतीपाठार्थे जपे विनियोगः॥ ॐ नमश्चण्डिकायै॥ ...

Maa\Ganga\Shri Ganga Stotram-माँ गंगा स्तोत्रम्

माँ गंगास्तोत्रम् — पूरा पाठ, अर्थ और फलश्रुति माँ गंगास्तोत्रम्... गंगा नदी को सनातन धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसे माँ गंगा या गंगे के नाम से सम्मानित किया जाता है। गंगा में स्नान, पूजा और स्तोत्रों का पाठ करने से भक्त को आध्यात्मिक शांति, मानसिक संतुलन और भक्ति भाव में वृद्धि होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गंगा नदी का स्नान पापों को नष्ट करने वाला और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक होता है। || माँ गंगास्तोत्रम् || रोगं शोकं तापं पापं हर मे भगवति कुमति-कलापम्। त्रिभुवनसारे वसुधाहारे त्वमसि गतिर्मम खलु संसारे ॥ ९ ॥ अलकानन्दे परमानन्दे कुरु करुणामयि कातरवन्द्ये। तव तट-निकटे यस्य निवासः खलु वैकुण्ठे तस्य निवासः ॥ १० ॥ वरमिह नीरे कमठो मीनः किं वा तीरे शरटः क्षीणः। अथवा शृपचो मलिनो दीन-सत्त्वः न हि दूरे नृपति-कुलिनः ॥ ११...

Mahakal-Stotra-Om-Mahakal-Mahakay-Mahakal-Jagatpate/महाकाल स्तोत्र पाठ और फलश्रुति

महाकाल स्तोत्र | पूरा पाठ, पाठ विधि, लाभ और फलश्रुति महाकाल स्तोत्र — पूर्ण पाठ और फलश्रुति... ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय महाकाल स्तोत्र का पूरा पाठ और फलश्रुति। इस स्तोत्र के नियमित पाठ से भक्ति और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। यह महाकाल भगवान की स्तुति में रचित शक्तिशाली स्तोत्र है, जो साधक के जीवन में शांति, सुख, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति लाता है। महाकाल स्तोत्र का पाठ करने से भय, बाधाएं और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है तथा भगवान महाकाल की कृपा प्राप्त होती है। ॥ महाकाल स्तोत्र ॥ ॥ ॐ नमः शिवाय ॥ ॐ महाकाल महाकाय महाकाल जगत्पते। महाकाल महायोगिन् महाकाल नमोऽस्तुते॥ महाकाल महादेव महाकाल महाप्रभो। महाकाल महारुद्र महाकाल नमोऽस्तुते॥ महाकाल महाज्ञान महाकाल नमोऽस्तुते॥ महाकाल महाकाल महाकाल नमोऽस्तुते॥ भवाय च नमस्तुभ्यं...

Pitar-Stotra/Shri-Pitru-Kripa-Stotram/श्री पितृ कृपा स्तोत्रम्

श्री पितृ कृपा स्तोत्रम् — परिचय, महत्व और लाभ | Bhakti Gyan श्री पितृ कृपा स्तोत्रम्... श्री पितृ कृपा स्तोत्रम् हिन्दू धर्म में पितरों (पूर्वजों) की आराधना और तृप्ति हेतु एक अत्यंत प्रभावी एवं पावन स्तोत्र माना गया है। इसका पाठ करने से— पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है। परिवार में सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य बना रहता है। वंश में स्थिरता, संतान-सुख और कल्याण प्राप्त होता है। पितृदोष, पितृरिण तथा अनिष्ट बाधाओं से मुक्ति मिलती है। इस स्तोत्र का उल्लेख गृहस्थ और श्राद्ध कर्म से जुड़े ग्रंथों में मिलता है। ऋग्वेद, अथर्ववेद तथा पुराणों में पितृ पूजन का महत्त्व बताया गया है। यह स्तोत्र आमतौर पर श्राद्ध पक्ष (पितृपक्ष) में अधिक पढ़ा जाता है, परंतु कोई भी व्यक्ति इसे श्रद्धा और नित्य संकल्प के साथ पाठ कर सकता है। ॥ श्री पितृ कृपा स्तोत्रम् ॥ हिन्दी अर्थ सहित पितृ ध्यान स्तुति श्वेतवर्णान् शुचिव्रतान् सोमसूर्याग्निलोचनान्। हिरण्यपात्रहस्तांश्च पितॄ...

Shukra-Chalisa-Shri-Shukra-Dev/श्री शुक्र चालीसा

श्री शुक्र चालीसा — परिचय, पाठ-विधि और लाभ श्री शुक्र देव चालीसा... श्री शुक्र चालीसा, श्री शुक्र देव को समर्पित एक श्रद्धापूर्ण भक्ति स्तुति है। यह चालीसा विशेष रूप से उन भक्तों के लिए है जो जीवन में सौंदर्य, प्रेम, कला, वैभव और सुख-समृद्धि की प्राप्ति की कामना करते हैं। श्री शुक्र देव — संक्षेप में श्री शुक्र देव को धन, वैभव, सौंदर्य, प्रेम, कला, और संगीत का स्वामी माना जाता है। वे रचनात्मकता एवं आकर्षण के ग्रहणकर्ता हैं और जिन पर इनका अनुकूल प्रभाव होता है वे जीवन में भौतिक और आध्यात्मिक दोनों प्रकार से लाभान्वित होते हैं। शुक्र ग्रह का ज्योतिषीय महत्व कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति से व्यक्ति की रूचि, सौंदर्यबोध, प्रेम संबंध, आर्थिक स्थिति और कलात्मक प्रतिभा प्रभावित होती है। शुक्र का सकारात्मक प्रभाव रचनात्मकता, सफलता और आकर्षण को बढ़ाता है। ॥ शुक्र चालीसा ॥ शुक्र ग्रह के अधिपति देवता — श्री शुक्र देव को समर्पित भक्ति स्तुति ...