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Saraswati 1008 Names\Goddess Saraswati\1008 Names of Saraswati

सरस्वती के 1008 नाम | BHAKTI GYAN

सरस्वती के 1008 नाम...

!! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !!

माँ सरस्वती' ज्ञान, संगीत, कला, भाषण, ज्ञान और विद्या की देवी हैं। सरस्वती के 1008 नामावली।

सरस्वती के 1008 नाम
1⚊ ॐ वाचे नमः।
2⚊ ॐ वाण्यै नमः।
3⚊ ॐ वरदायै नमः।
4⚊ ॐ वन्द्यायै नमः।
5⚊ ॐ वरारोहायै नमः।
6⚊ ॐ वरप्रदायै नमः।
7⚊ ॐ वृत्त्यै नमः।
8⚊ ॐ वागीश्वर्यै नमः।
9⚊ ॐ वार्त्तायै नमः।
10⚊ ॐ वरायै नमः।
11⚊ ॐ वागीश वल्लभायै नमः।
12⚊ ॐ विश्वेश्वर्यै नमः।
13⚊ ॐ विश्ववन्द्यायै नमः।
14⚊ ॐ विश्वेश प्रिय कारिण्यै नमः।
15⚊ ॐ वाग्वादिन्यै नमः।
16⚊ ॐ वाग्देव्यै नमः।
17⚊ ॐ वृद्धिदायै नमः।
18⚊ ॐ वृद्धिकारिण्यै नमः।
19⚊ ॐ वृद्ध्यै नमः।
20⚊ ॐ वृद्धायै नमः।
21⚊ ॐ विषघ्न्यै नमः।
22⚊ ॐ वृष्ट्यै नमः।
23⚊ ॐ वृष्टिप्रदायिन्यै नमः।
24⚊ ॐ विश्वाराध्यायै नमः।
25⚊ ॐ विश्व मात्रे नमः।
26⚊ ॐ विश्वधात्र्यै नमः।
27⚊ ॐ विनायकायै नमः।
28⚊ ॐ विश्वशक्त्यै नमः।
29⚊ ॐ विश्व सारायै नमः।
30⚊ ॐ विश्वायै नमः।
31⚊ ॐ विश्वविभावर्यै नमः।
32⚊ ॐ वेदान्तवेदिन्यै नमः।
33⚊ ॐ वेद्यायै नमः।
34⚊ ॐ वित्तायै नमः।
35⚊ ॐ वेदत्रयात्मिकायै नमः।
36⚊ ॐ वेदज्ञायै नमः।
37⚊ ॐ वेदजनन्यै नमः।
38⚊ ॐ विश्वायै नमः।
39⚊ ॐ विश्वविभावर्यै नमः।
40⚊ ॐ वरेण्यायै नमः।
41⚊ ॐ वाङ्मयै नमः।
42⚊ ॐ वृद्धायै नमः।
43⚊ ॐ विशिष्टप्रिय कारिण्यै नमः।
44⚊ ॐ विश्वतो वदनायै नमः।
45⚊ ॐ व्याप्तायै नमः।
46⚊ ॐ व्यापिन्यै नमः।
47⚊ ॐ व्यापकात्मिकायै नमः।
48⚊ ॐ व्यालघ्न्यै नमः।
49⚊ ॐ व्यालभूषाङ्ग्यै नमः।
50⚊ ॐ विरजायै नमः।
51⚊ ॐ वेदनायिकायै नमः।
52⚊ ॐ वेदवेदान्त सम्वेद्यायै नमः।
53⚊ ॐ वेदान्त ज्ञानरूपिण्यै नमः।
54⚊ ॐ विभावर्यै नमः।
55⚊ ॐ विक्रान्तायै नमः।
56⚊ ॐ विश्वमित्रायै नमः।
57⚊ ॐ विधिप्रियायै नमः।
58⚊ ॐ वरिष्ठायै नमः।
59⚊ ॐ विप्रकृष्टायै नमः।
60⚊ ॐ विप्रवर्यप्रपूजितायै नमः।
61⚊ ॐ वेदरूपायै नमः।
62⚊ ॐ वेदमय्यै नमः।
63⚊ ॐ वेदमूर्त्यै नमः।
64⚊ ॐ वल्लभायै नमः।
65⚊ ॐ गौर्यै नमः।
66⚊ ॐ गुणवत्यै नमः।
67⚊ ॐ गोप्यायै नमः।
68⚊ ॐ गन्धर्वनगरप्रियायै नमः।
69⚊ ॐ गुणमात्रे नमः।
70⚊ ॐ गुहान्तस्थायै नमः।
71⚊ ॐ गुरु रूपायै नमः।
72⚊ ॐ गुरुप्रियायै नमः।
73⚊ ॐ गिरिविद्यायै नमः।
74⚊ ॐ गानतुष्टायै नमः।
75⚊ ॐ गायकप्रिय कारिण्यै नमः।
76⚊ ॐ गायत्र्यै नमः।
77⚊ ॐ गिरिशाराध्यायै नमः।
78⚊ ॐ गिरे नमः।
79⚊ ॐ गिरीशप्रियङ्कर्यै नमः।
80⚊ ॐ गिरिज्ञायै नमः।
81⚊ ॐ ज्ञान विद्यायै नमः।
82⚊ ॐ गिरिरूपायै नमः।
83⚊ ॐ गिरीश्वर्यै नमः।
84⚊ ॐ गीर्मात्रे नमः।
85⚊ ॐ गणसंस्तुत्यायै नमः।
86⚊ ॐ गणनीय गुणान्वितायै नमः।
87⚊ ॐ गूढरूपायै नमः।
88⚊ ॐ गुहायै नमः।
89⚊ ॐ गोप्यायै नमः।
90⚊ ॐ गोरूपायै नमः।
91⚊ ॐ गवे नमः।
92⚊ ॐ गुणात्मिकायै नमः।
93⚊ ॐ गुर्व्यै नमः।
94⚊ ॐ गुर्वम्बिकायै नमः।
95⚊ ॐ गुह्यायै नमः।
96⚊ ॐ गेयजायै नमः।
97⚊ ॐ ग्रहनाशिन्यै नमः।
98⚊ ॐ गृहिण्यै नमः।
99⚊ ॐ गृहदोषघ्न्यै नमः।
100⚊ ॐ गवघ्न्यै नमः।
101⚊ ॐ गुरु वत्सलायै नमः।
102⚊ ॐ गृहात्मिकायै नमः।
103⚊ ॐ गृहाराध्यायै नमः।
104⚊ ॐ गृहबाधाविनाशिन्यै नमः।
105⚊ ॐ गङ्गायै नमः।
106⚊ ॐ गिरिसुतायै नमः।
107⚊ ॐ गम्यायै नमः।
108⚊ ॐ गजयानायै नमः।
109⚊ ॐ गुहस्तुतायै नमः।
110⚊ ॐ गरुडासन संसेव्यायै नमः।
111⚊ ॐ गोमत्यै नमः।
112⚊ ॐ गुणशालिन्यै नमः।
113⚊ ॐ शारदायै नमः।
114⚊ ॐ शाश्वत्यै नमः।
115⚊ ॐ शैव्यै नमः।
116⚊ ॐ शाङ्कर्यै नमः।
117⚊ ॐ शङ्करात्मिकायै नमः।
118⚊ ॐ श्रियै नमः।
119⚊ ॐ शर्वाण्यै नमः।
120⚊ ॐ शतघ्न्यै नमः।
121⚊ ॐ शरच्चन्द्र निभाननायै नमः।
122⚊ ॐ शर्मिष्ठायै नमः।
123⚊ ॐ शमनघ्न्यै नमः।
124⚊ ॐ शतसाहस्ररूपिण्यै नमः।
125⚊ ॐ शिवायै नमः।
126⚊ ॐ शम्भुप्रियायै नमः।
127⚊ ॐ श्रद्धायै नमः।
128⚊ ॐ श्रुतिरूपायै नमः।
129⚊ ॐ श्रुतिप्रियायै नमः।
130⚊ ॐ शुचिष्मत्यै नमः।
131⚊ ॐ शर्मकर्यै नमः।
132⚊ ॐ शुद्धिदायै नमः।
133⚊ ॐ शुद्धिरूपिण्यै नमः।
134⚊ ॐ शिवायै नमः।
135⚊ ॐ शिवङ्कर्यै नमः।
136⚊ ॐ शुद्धायै नमः।
137⚊ ॐ शिवाराध्यायै नमः।
138⚊ ॐ शिवात्मिकायै नमः।
139⚊ ॐ श्रीमत्यै नमः।
140⚊ ॐ श्रीमय्यै नमः।
141⚊ ॐ श्राव्यायै नमः।
142⚊ ॐ श्रुत्यै नमः।
143⚊ ॐ श्रवणगोचरायै नमः।
144⚊ ॐ शान्त्यै नमः।
145⚊ ॐ शान्तिकर्यै नमः।
146⚊ ॐ शान्तायै नमः।
147⚊ ॐ शान्ताचार प्रियङ्कर्यै नमः।
148⚊ ॐ शीललभ्यायै नमः।
149⚊ ॐ शीलवत्यै नमः।
150⚊ ॐ श्रीमात्रे नमः।
151⚊ ॐ शुभकारिण्यै नमः।
152⚊ ॐ शुभवाण्यै नमः।
153⚊ ॐ शुद्धविद्यायै नमः।
154⚊ ॐ शुद्धचित्तप्रपूजितायै नमः।
155⚊ ॐ श्रीकर्यै नमः।
156⚊ ॐ श्रुतपापघ्न्यै नमः।
157⚊ ॐ शुभाक्ष्यै नमः।
158⚊ ॐ शुचिवल्लभायै नमः।
159⚊ ॐ शिवेतरघ्न्यै नमः।
160⚊ ॐ शर्वर्यै नमः।
161⚊ ॐ श्रवणीयगुणान्वितायै नमः।
162⚊ ॐ शार्यै नमः।
163⚊ ॐ शिरीषपुष्पाभायै नमः।
164⚊ ॐ शमनिष्ठायै नमः।
165⚊ ॐ शमात्मिकायै नमः।
166⚊ ॐ शमान्वितायै नमः।
167⚊ ॐ शमाराध्यायै नमः।
168⚊ ॐ शितिकण्ठप्रपूजितायै नमः।
169⚊ ॐ शुद्ध्यै नमः।
170⚊ ॐ शुद्धिकर्यै नमः।
171⚊ ॐ श्रेष्ठायै नमः।
172⚊ ॐ श्रुतानन्तायै नमः।
173⚊ ॐ शुभावहायै नमः।
174⚊ ॐ सरस्वत्यै नमः।
175⚊ ॐ सर्वज्ञायै नमः।
176⚊ ॐ सर्वसिद्धिप्रदायिन्यै नमः।
177⚊ ॐ सरस्वत्यै नमः।
178⚊ ॐ सावित्र्यै नमः।
179⚊ ॐ सन्ध्यायै नमः।
180⚊ ॐ सर्वेप्सितप्रदायै नमः।
181⚊ ॐ सर्वार्तिघ्न्यै नमः।
182⚊ ॐ सर्वमय्यै नमः।
183⚊ ॐ सर्वविद्या प्रदायिन्यै नमः।
184⚊ ॐ सर्वेश्वर्यै नमः।
185⚊ ॐ सर्वपुण्यायै नमः।
186⚊ ॐ सर्गस्थित्यन्त कारिण्यै नमः।
187⚊ ॐ सर्वाराध्यायै नमः।
188⚊ ॐ सर्वमात्रे नमः।
189⚊ ॐ सर्वदेवनिषेवितायै नमः।
190⚊ ॐ सर्वैश्वर्य प्रदायै नमः।
191⚊ ॐ सत्यायै नमः।
192⚊ ॐ सत्यै नमः।
193⚊ ॐ सत्वगुणाश्रयायै नमः।
194⚊ ॐ स्वरक्रमपदाकारायै नमः।
195⚊ ॐ सर्वदोष निषूदिन्यै नमः।
196⚊ ॐ सहस्राक्ष्यै नमः।
197⚊ ॐ सहस्रास्यायै नमः।
198⚊ ॐ सहस्रपदसंयुतायै नमः।
199⚊ ॐ सहस्रहस्तायै नमः।
200⚊ ॐ सहस्र गुणालङ्कृत विग्रहायै नमः।
201⚊ ॐ सहस्रशीर्षायै नमः।
202⚊ ॐ सद्रूपायै नमः।
203⚊ ॐ स्वधायै नमः।
204⚊ ॐ स्वाहायै नमः।
205⚊ ॐ सुधामय्यै नमः।
206⚊ ॐ षड्ग्रन्थिभेदिन्यै नमः।
207⚊ ॐ सेव्यायै नमः।
208⚊ ॐ सर्वलोकैक पूजितायै नमः।
209⚊ ॐ स्तुत्यायै नमः।
210⚊ ॐ स्तुतिमयायै नमः।
211⚊ ॐ साध्यायै नमः।
212⚊ ॐ सवितृप्रिय कारिण्यै नमः।
213⚊ ॐ संशयच्छेदिन्यै नमः।
214⚊ ॐ साङ्ख्यवेद्यायै नमः।
215⚊ ॐ सङ्ख्यायै नमः।
216⚊ ॐ नदीश्वर्यै नमः।
217⚊ ॐ सिद्धिदायै नमः।
218⚊ ॐ सिद्धिसम्पूज्यायै नमः।
219⚊ ॐ सर्वसिद्धिप्रदायिन्यै नमः।
220⚊ ॐ सर्वज्ञायै नमः।
221⚊ ॐ सर्वशक्त्यै नमः।
222⚊ ॐ सर्वसम्पत् प्रदायिन्यै नमः।
223⚊ ॐ सर्वाशुभघ्न्यै नमः।
224⚊ ॐ सुखदायै नमः।
225⚊ ॐ सुखायै नमः।
226⚊ ॐ संवित्स्वरूपिण्यै नमः।
227⚊ ॐ सर्वसम्भीषण्यै नमः।
228⚊ ॐ सर्वजगत्सम्मोहिन्यै नमः।
229⚊ ॐ सर्वप्रियङ्कर्यै नमः।
230⚊ ॐ सर्वशुभदायै नमः।
231⚊ ॐ सर्वमङ्गलायै नमः।
232⚊ ॐ सर्वमन्त्रमय्यै नमः।
233⚊ ॐ सर्वतीर्थपुण्य फलप्रदायै नमः।
234⚊ ॐ सर्वपुण्यमय्यै नमः।
235⚊ ॐ सर्वव्याधिघ्न्यै नमः।
236⚊ ॐ सर्वकामदायै नमः।
237⚊ ॐ सर्वविघ्नहर्यै नमः।
238⚊ ॐ सर्ववन्दितायै नमः।
239⚊ ॐ सर्वमङ्गलायै नमः।
240⚊ ॐ सर्वमन्त्रकर्यै नमः।
241⚊ ॐ सर्वलक्ष्म्यै नमः।
242⚊ ॐ सर्वगुणान्वितायै नमः।
243⚊ ॐ सर्वानन्दमय्यै नमः।
244⚊ ॐ सर्वज्ञानदायै नमः।
245⚊ ॐ सत्यनायिकायै नमः।
246⚊ ॐ सर्वज्ञानमय्यै नमः।
247⚊ ॐ सर्वराज्यदायै नमः।
248⚊ ॐ सर्वमुक्तिदायै नमः।
249⚊ ॐ सुप्रभायै नमः।
250⚊ ॐ सर्वदायै नमः।
251⚊ ॐ सर्वायै नमः।
252⚊ ॐ सर्वलोकवशङ्कर्यै नमः।
253⚊ ॐ सुभगायै नमः।
254⚊ ॐ सुन्दर्यै नमः।
255⚊ ॐ सिद्धायै नमः।
256⚊ ॐ सिद्धाम्बायै नमः।
257⚊ ॐ सिद्धमातृकायै नमः।
258⚊ ॐ सिद्धमात्रे नमः।
259⚊ ॐ सिद्धविद्यायै नमः।
260⚊ ॐ सिद्धेश्यै नमः।
261⚊ ॐ सिद्धरूपिण्यै नमः।
262⚊ ॐ सुरूपिण्यै नमः।
263⚊ ॐ सुखमय्यै नमः।
264⚊ ॐ सेवकप्रियकारिण्यै नमः।
265⚊ ॐ स्वामिन्यै नमः।
266⚊ ॐ सर्वदायै नमः।
267⚊ ॐ सेव्यायै नमः।
268⚊ ॐ स्थूलसूक्ष्मापराम्बिकायै नमः।
269⚊ ॐ साररूपायै नमः।
270⚊ ॐ सरोरूपायै नमः।
271⚊ ॐ सत्यभूतायै नमः।
272⚊ ॐ समाश्रयायै नमः।
273⚊ ॐ सितासितायै नमः।
274⚊ ॐ सरोजाक्ष्यै नमः।
275⚊ ॐ सरोजासनवल्लभायै नमः।
276⚊ ॐ सरोरुहाभायै नमः।
277⚊ ॐ सर्वाङ्ग्यै नमः।
278⚊ ॐ सुरेन्द्रादिप्रपूजितायै नमः।
279⚊ ॐ महादेव्यै नमः।
280⚊ ॐ महेशान्यै नमः।
281⚊ ॐ महासारस्वत प्रदायै नमः।
282⚊ ॐ महासरस्वत्यै नमः।
283⚊ ॐ मुक्तायै नमः।
284⚊ ॐ मुक्तिदायै नमः।
285⚊ ॐ मलनाशिन्यै नमः।
286⚊ ॐ महेश्वर्यै नमः।
287⚊ ॐ महानन्दायै नमः।
288⚊ ॐ महामन्त्रमय्यै नमः।
289⚊ ॐ मह्यै नमः।
290⚊ ॐ महालक्ष्म्यै नमः।
291⚊ ॐ महाविद्यायै नमः।
292⚊ ॐ मात्रे नमः।
293⚊ ॐ मन्दारवासिन्यै नमः।
294⚊ ॐ मन्त्रगम्यायै नमः।
295⚊ ॐ मन्त्रमात्रे नमः।
296⚊ ॐ महामन्त्र फलप्रदायै नमः।
297⚊ ॐ महामुक्त्यै नमः।
298⚊ ॐ महानित्यायै नमः।
299⚊ ॐ महासिद्धिप्रदायिन्यै नमः।
300⚊ ॐ महासिद्धायै नमः।
301⚊ ॐ महामात्रे नमः।
302⚊ ॐ महदाकारसंयुतायै नमः।
303⚊ ॐ महायै नमः।
304⚊ ॐ महेश्वर्यै नमः।
305⚊ ॐ मूर्त्यै नमः।
306⚊ ॐ मोक्षदायै नमः।
307⚊ ॐ मणिभूषणायै नमः।
308⚊ ॐ मेनकायै नमः।
309⚊ ॐ मानिन्यै नमः।
310⚊ ॐ मान्यायै नमः।
311⚊ ॐ मृत्युघ्न्यै नमः।
312⚊ ॐ मेरुरूपिण्यै नमः।
313⚊ ॐ मदिराक्ष्यै नमः।
314⚊ ॐ मदावासायै नमः।
315⚊ ॐ मखरूपायै नमः।
316⚊ ॐ मखेश्वर्यै नमः।
317⚊ ॐ महामोहायै नमः।
318⚊ ॐ महामायायै नमः।
319⚊ ॐ मातॄणां मूर्ध्नि संस्थितायै नमः।
320⚊ ॐ महापुण्यायै नमः।
321⚊ ॐ मुदावासायै नमः।
322⚊ ॐ महासम्पत् प्रदायिन्यै नमः।
323⚊ ॐ मणिपूरैक निलयायै नमः।
324⚊ ॐ मधुरूपायै नमः।
325⚊ ॐ महोत्कटायै नमः।
326⚊ ॐ महासूक्ष्मायै नमः।
327⚊ ॐ महाशान्तायै नमः।
328⚊ ॐ महाशान्ति प्रदायिन्यै नमः।
329⚊ ॐ मुनिस्तुतायै नमः।
330⚊ ॐ मोह हन्त्र्यै नमः।
331⚊ ॐ माधव्यै नमः।
332⚊ ॐ माधवप्रियायै नमः।
333⚊ ॐ मायायै नमः।
334⚊ ॐ महादेव संस्तुत्यायै नमः।
335⚊ ॐ महिषीगण पूजितायै नमः।
336⚊ ॐ मृष्टान्नदायै नमः।
337⚊ ॐ महेन्द्र्यै नमः।
338⚊ ॐ महेन्द्रपद दायिन्यै नमः।
339⚊ ॐ मत्यै नमः।
340⚊ ॐ मतिप्रदायै नमः।
341⚊ ॐ मेधायै नमः।
342⚊ ॐ मर्त्यलोक निवासिन्यै नमः।
343⚊ ॐ मुख्यायै नमः।
344⚊ ॐ महानिवासिन्यै नमः।
345⚊ ॐ महाभाग्य जनाश्रितायै नमः।
346⚊ ॐ महिलायै नमः।
347⚊ ॐ महिमायै नमः।
348⚊ ॐ मृत्युहार्यै नमः।
349⚊ ॐ मेधाप्रदायिन्यै नमः।
350⚊ ॐ मेध्यायै नमः।
351⚊ ॐ महावेगवत्यै नमः।
352⚊ ॐ महामोक्ष फलप्रदायै नमः।
353⚊ ॐ महाप्रभाभायै नमः।
354⚊ ॐ महत्यै नमः।
355⚊ ॐ महादेवप्रियङ्कर्यै नमः।
356⚊ ॐ महापोषायै नमः।
357⚊ ॐ महर्ध्यै नमः।
358⚊ ॐ मुक्ता हार विभूषणायै नमः।
359⚊ ॐ माणिक्यभूषणायै नमः।
360⚊ ॐ मन्त्रायै नमः।
361⚊ ॐ मुख्यचन्द्रार्धशेखरायै नमः।
362⚊ ॐ मनोरूपायै नमः।
363⚊ ॐ मनश्शुद्ध्यै नमः।
364⚊ ॐ मनश्शुद्धिप्रदायिन्यै नमः।
365⚊ ॐ महाकारुण्य सम्पूर्णायै नमः।
366⚊ ॐ मनोनमनवन्दितायै नमः।
367⚊ ॐ महापातक जालघ्न्यै नमः।
368⚊ ॐ मुक्तिदायै नमः।
369⚊ ॐ मुक्तभूषणायै नमः।
370⚊ ॐ मनोन्मन्यै नमः।
371⚊ ॐ महास्थूलायै नमः।
372⚊ ॐ महाक्रतु फलप्रदायै नमः।
373⚊ ॐ महापुण्यफल प्राप्यायै नमः।
374⚊ ॐ माया त्रिपुरनाशिन्यै नमः।
375⚊ ॐ महानसायै नमः।
376⚊ ॐ महामेधायै नमः।
377⚊ ॐ महामोदायै नमः।
378⚊ ॐ महामहेश्वर्यै नमः।
379⚊ ॐ मालाधर्यै नमः।
380⚊ ॐ महोपायायै नमः।
381⚊ ॐ महातीर्थफलप्रदायै नमः।
382⚊ ॐ महामङ्गलसम्पूर्णायै नमः।
383⚊ ॐ महादारिद्र्यनाशिन्यै नमः।
384⚊ ॐ महामखायै नमः।
385⚊ ॐ महामेधायै नमः।
386⚊ ॐ महाकाल्यै नमः।
387⚊ ॐ महाप्रियायै नमः।
388⚊ ॐ महाभूषायै नमः।
389⚊ ॐ महादेहायै नमः।
390⚊ ॐ महाराज्ञ्यै नमः।
391⚊ ॐ मुदालयायै नमः।
392⚊ ॐ भूरिदायै नमः।
393⚊ ॐ भाग्यदायै नमः।
394⚊ ॐ भोग्यायै नमः।
395⚊ ॐ भोग्यदायै नमः।
396⚊ ॐ भोगदायिन्यै नमः।
397⚊ ॐ भवान्यै नमः।
398⚊ ॐ भूतिदायै नमः।
399⚊ ॐ भूत्यै नमः।
400⚊ ॐ भूम्यै नमः।
401⚊ ॐ भूमिसुनायिकायै नमः।
402⚊ ॐ भूतधात्र्यै नमः।
403⚊ ॐ भयहर्यै नमः।
404⚊ ॐ भक्तसारस्वतप्रदायै नमः।
405⚊ ॐ भुक्त्यै नमः।
406⚊ ॐ भुक्तिप्रदायै नमः।
407⚊ ॐ भेक्यै नमः।
408⚊ ॐ भक्त्यै नमः।
409⚊ ॐ भक्ति प्रदायिन्यै नमः।
410⚊ ॐ भक्तसायुज्यदायै नमः।
411⚊ ॐ भक्तस्वर्गदायै नमः।
412⚊ ॐ भक्तराज्यदायै नमः।
413⚊ ॐ भागीरथ्यै नमः।
414⚊ ॐ भवाराध्यायै नमः।
415⚊ ॐ भाग्यसज्जन पूजितायै नमः।
416⚊ ॐ भवस्तुत्यायै नमः।
417⚊ ॐ भानुमत्यै नमः।
418⚊ ॐ भवसागरतारण्यै नमः।
419⚊ ॐ भूत्यै नमः।
420⚊ ॐ भूषायै नमः।
421⚊ ॐ भूतेश्यै नमः।
422⚊ ॐ भाललोचन पूजितायै नमः।
423⚊ ॐ भूतायै नमः।
424⚊ ॐ भव्यायै नमः।
425⚊ ॐ भविष्यायै नमः।
426⚊ ॐ भवविद्यायै नमः।
427⚊ ॐ भवात्मिकायै नमः।
428⚊ ॐ बाधापहारिण्यै नमः।
429⚊ ॐ बन्धुरूपायै नमः।
430⚊ ॐ भुवनपूजितायै नमः।
431⚊ ॐ भवघ्न्यै नमः।
432⚊ ॐ भक्तिलभ्यायै नमः।
433⚊ ॐ भक्तरक्षण तत्परायै नमः।
434⚊ ॐ भक्तार्तिशमन्यै नमः।
435⚊ ॐ भाग्यायै नमः।
436⚊ ॐ भोगदानकृतोद्यमायै नमः।
437⚊ ॐ भुजङ्गभूषणायै नमः।
438⚊ ॐ भीमायै नमः।
439⚊ ॐ भीमाक्ष्यै नमः।
440⚊ ॐ भीमरूपिण्यै नमः।
441⚊ ॐ भाविन्यै नमः।
442⚊ ॐ भ्रातृरूपायै नमः।
443⚊ ॐ भारत्यै नमः।
444⚊ ॐ भवनायिकायै नमः।
445⚊ ॐ भाषायै नमः।
446⚊ ॐ भाषावत्यै नमः।
447⚊ ॐ भीष्मायै नमः।
448⚊ ॐ भैरव्यै नमः।
449⚊ ॐ भैरवप्रियायै नमः।
450⚊ ॐ भूत्यै नमः।
451⚊ ॐ भासितसर्वाङ्ग्यै नमः।
452⚊ ॐ भूतिदायै नमः।
453⚊ ॐ भूतिनायिकायै नमः।
454⚊ ॐ भास्वत्यै नमः।
455⚊ ॐ भगमालायै नमः।
456⚊ ॐ भिक्षादानकृतोद्यमायै नमः।
457⚊ ॐ भिक्षुरूपायै नमः।
458⚊ ॐ भक्तिकर्यै नमः।
459⚊ ॐ भक्तलक्ष्मी प्रदायिन्यै नमः।
460⚊ ॐ भ्रान्तिघ्नायै नमः।
461⚊ ॐ भ्रान्तिरूपायै नमः।
462⚊ ॐ भूतिदायै नमः।
463⚊ ॐ भूतिकारिण्यै नमः।
464⚊ ॐ भिक्षणीयायै नमः।
465⚊ ॐ भिक्षुमात्रे नमः।
466⚊ ॐ भाग्यवद्दृष्टिगोचरायै नमः।
467⚊ ॐ भोगवत्यै नमः।
468⚊ ॐ भोगरूपायै नमः।
469⚊ ॐ भोगमोक्ष फलप्रदायै नमः।
470⚊ ॐ भोगश्रान्तायै नमः।
471⚊ ॐ भाग्यवत्यै नमः।
472⚊ ॐ भक्ताघौघ विनाशिन्यै नमः।
473⚊ ॐ ब्राह्म्यै नमः।
474⚊ ॐ ब्रह्मस्वरूपायै नमः।
475⚊ ॐ बृहत्यै नमः।
476⚊ ॐ ब्रह्मवल्लभायै नमः।
477⚊ ॐ ब्रह्मदायै नमः।
478⚊ ॐ ब्रह्ममात्रे नमः।
479⚊ ॐ ब्रह्माण्यै नमः।
480⚊ ॐ ब्रह्मदायिन्यै नमः।
481⚊ ॐ ब्रह्मेश्यै नमः।
482⚊ ॐ ब्रह्मसंस्तुत्यायै नमः।
483⚊ ॐ ब्रह्मवेद्यायै नमः।
484⚊ ॐ बुधप्रियायै नमः।
485⚊ ॐ बालेन्दु शेखरायै नमः।
486⚊ ॐ बालायै नमः।
487⚊ ॐ बलिपूजाकर प्रियायै नमः।
488⚊ ॐ बलदायै नमः।
489⚊ ॐ बिन्दुरूपायै नमः।
490⚊ ॐ बालसूर्यसमप्रभायै नमः।
491⚊ ॐ ब्रह्मरूपायै नमः।
492⚊ ॐ ब्रह्ममय्यै नमः।
493⚊ ॐ ब्रध्नमण्डल मध्यगायै नमः।
494⚊ ॐ ब्रह्माण्यै नमः।
495⚊ ॐ बुद्धिदायै नमः।
496⚊ ॐ बुद्धये नमः।
497⚊ ॐ बुद्धिरूपायै नमः।
498⚊ ॐ बुधेश्वर्यै नमः।
499⚊ ॐ बन्धक्षय कर्यै नमः।
500⚊ ॐ बन्धनाशिन्यै नमः।
501⚊ ॐ बन्धुरूपिण्यै नमः।
502⚊ ॐ बिन्द्वालयायै नमः।
503⚊ ॐ बिन्दुभूषायै नमः।
504⚊ ॐ बिन्दुनाद समन्वितायै नमः।
505⚊ ॐ बीजरूपायै नमः।
506⚊ ॐ बीजमात्रे नमः।
507⚊ ॐ ब्रह्मण्यायै नमः।
508⚊ ॐ ब्रह्मकारिण्यै नमः।
509⚊ ॐ बहुरूपायै नमः।
510⚊ ॐ बलवत्यै नमः।
511⚊ ॐ ब्रह्मजायै नमः।
512⚊ ॐ ब्रह्मचारिण्यै नमः।
513⚊ ॐ ब्रह्मस्तुत्यायै नमः।
514⚊ ॐ ब्रह्मविद्यायै नमः।
515⚊ ॐ ब्रह्माण्डाधिप वल्लभायै नमः।
516⚊ ॐ ब्रह्मेश विष्णुरूपायै नमः।
517⚊ ॐ ब्रह्मविष्ण्वीश संस्थितायै नमः।
518⚊ ॐ बुद्धिरूपायै नमः।
519⚊ ॐ बुधेशान्यै नमः।
520⚊ ॐ बन्ध्यै नमः।
521⚊ ॐ बन्धविमोचन्यै नमः।
522⚊ ॐ अक्षमालायै नमः।
523⚊ ॐ अक्षराकारायै नमः।
524⚊ ॐ अक्षरायै नमः।
525⚊ ॐ अक्षरफलदायै नमः।
526⚊ ॐ अनन्तायै नमः।
527⚊ ॐ आनन्दसुखदायै नमः।
528⚊ ॐ अनन्त चन्द्रनिभाननायै नमः।
529⚊ ॐ अनन्त महिमायै नमः।
530⚊ ॐ अघोरायै नमः।
531⚊ ॐ अनन्तगम्भीर सम्मितायै नमः।
532⚊ ॐ अदृष्टायै नमः।
533⚊ ॐ अदृष्टदायै नमः।
534⚊ ॐ अनन्तायै नमः।
535⚊ ॐ अदृष्टभाग्यफल प्रदायै नमः।
536⚊ ॐ अरुन्धत्यै नमः।
537⚊ ॐ अव्ययी नाथायै नमः।
538⚊ ॐ अनेक सद्गुणसंयुतायै नमः।
539⚊ ॐ अनेक भूषणायै नमः।
540⚊ ॐ अदृश्यायै नमः।
541⚊ ॐ अनेक लेख निषेवितायै नमः।
542⚊ ॐ अनन्तायै नमः।
543⚊ ॐ अनन्तसुखदायै नमः।
544⚊ ॐ अघोरायै नमः।
545⚊ ॐ अघोरस्वरुपिण्यै नमः।
546⚊ ॐ अशेषदेवता रुपायै नमः।
547⚊ ॐ अमृतरुपायै नमः।
548⚊ ॐ अमृतेश्वर्यै नमः।
549⚊ ॐ अनवद्यायै नमः।
550⚊ ॐ अनेक हस्तायै नमः।
551⚊ ॐ अनेकमाणिक्य भूषणायै नमः।
552⚊ ॐ अनेक विघ्नसंहत्र्यै नमः।
553⚊ ॐ अनेकाभरणान्वितायै नमः।
554⚊ ॐ अविद्यायै नमः।
555⚊ ॐ अज्ञान संहर्त्र्यै नमः।
556⚊ ॐ अविद्याजाल नाशिन्यै नमः।
557⚊ ॐ अभिरूपायै नमः।
558⚊ ॐ अनवद्याङ्ग्यै नमः।
559⚊ ॐ अप्रतर्क्य गतिप्रदायै नमः।
560⚊ ॐ अकलङ्कारूपिण्यै नमः।
561⚊ ॐ अनुग्रहपरायणायै नमः।
562⚊ ॐ अम्बरस्थायै नमः।
563⚊ ॐ अम्बरमयायै नमः।
564⚊ ॐ अम्बरमालायै नमः।
565⚊ ॐ अम्बुजेक्षणायै नमः।
566⚊ ॐ अम्बिकायै नमः।
567⚊ ॐ अब्जकरायै नमः।
568⚊ ॐ अब्जस्थायै नमः।
569⚊ ॐ अंशुमत्यै नमः।
570⚊ ॐ अंशुशतान्वितायै नमः।
571⚊ ॐ अम्बुजायै नमः।
572⚊ ॐ अनवरायै नमः।
573⚊ ॐ अखण्डायै नमः।
574⚊ ॐ अम्बुजासन महाप्रियायै नमः।
575⚊ ॐ अजरामरसंसेव्यायै नमः।
576⚊ ॐ अजरसेवितपद युगायै नमः।
577⚊ ॐ अतुलार्थ प्रदायै नमः।
578⚊ ॐ अर्थैक्यायै नमः।
579⚊ ॐ अत्युदारायै नमः।
580⚊ ॐ अभयान्वितायै नमः।
581⚊ ॐ अनाथवत्सलायै नमः।
582⚊ ॐ अनन्तप्रियायै नमः।
583⚊ ॐ अनन्तेप्सितप्रदायै नमः।
584⚊ ॐ अम्बुजाक्ष्यै नमः।
585⚊ ॐ अम्बुरूपायै नमः।
586⚊ ॐ अम्बुजातोद्भव महाप्रियायै नमः।
587⚊ ॐ अखण्डायै नमः।
588⚊ ॐ अमरस्तुत्यायै नमः।
589⚊ ॐ अमर नायकपूजितायै नमः।
590⚊ ॐ अजेयायै नमः।
591⚊ ॐ अजसङ्काशायै नमः।
592⚊ ॐ अज्ञान नाशिन्यै नमः।
593⚊ ॐ अभीष्टदायै नमः।
594⚊ ॐ अक्तायै नमः।
595⚊ ॐ अघनेनायै नमः।
596⚊ ॐ अस्त्रेश्यै नमः।
597⚊ ॐ अलक्ष्मी नाशिन्यै नमः।
598⚊ ॐ अनन्तसारायै नमः।
599⚊ ॐ अनन्तश्रिये नमः।
600⚊ ॐ अनन्तविधि पूजितायै नमः।
601⚊ ॐ अभीष्टायै नमः।
602⚊ ॐ अमर्त्यसम्पूज्यायै नमः।
603⚊ ॐ अस्तोदय विवर्जितायै नमः।
604⚊ ॐ आस्तिकस्वान्त निलयायै नमः।
605⚊ ॐ अस्त्ररूपायै नमः।
606⚊ ॐ अस्त्रवत्यै नमः।
607⚊ ॐ अस्खलत्यै नमः।
608⚊ ॐ अस्खलद्रूपायै नमः।
609⚊ ॐ अस्खलद्विद्या प्रदायिन्यै नमः।
610⚊ ॐ अस्खलत्सिद्धिदायै नमः।
611⚊ ॐ आनन्दायै नमः।
612⚊ ॐ अम्बुजायै नमः।
613⚊ ॐ अमरनायिकायै नमः।
614⚊ ॐ अमेयायै नमः।
615⚊ ॐ अशेषपापघ्न्यै नमः।
616⚊ ॐ अक्षय सारस्वतप्रदायै नमः।
617⚊ ॐ जयायै नमः।
618⚊ ॐ जयन्त्यै नमः।
619⚊ ॐ जयदायै नमः।
620⚊ ॐ जन्मकर्म विवर्जितायै नमः।
621⚊ ॐ जगत्प्रियायै नमः।
622⚊ ॐ जगन्मात्रे नमः।
623⚊ ॐ जगदीश्वर वल्लभायै नमः।
624⚊ ॐ जात्यै नमः।
625⚊ ॐ जयायै नमः।
626⚊ ॐ जितामित्रायै नमः।
627⚊ ॐ जप्यायै नमः।
628⚊ ॐ जपनकारिण्यै नमः।
629⚊ ॐ जीवन्यै नमः।
630⚊ ॐ जीवनिलयायै नमः।
631⚊ ॐ जीवाख्यायै नमः।
632⚊ ॐ जीवधारिण्यै नमः।
633⚊ ॐ जाह्नव्यै नमः।
634⚊ ॐ ज्यायै नमः।
635⚊ ॐ जपवत्यै नमः।
636⚊ ॐ जातिरूपायै नमः।
637⚊ ॐ जयप्रदायै नमः।
638⚊ ॐ जनार्दन प्रियकर्यै नमः।
639⚊ ॐ जोषनीयायै नमः।
640⚊ ॐ जगत्स्थितायै नमः।
641⚊ ॐ जगज्ज्येष्ठायै नमः।
642⚊ ॐ जगन्मायायै नमः।
643⚊ ॐ जीवनत्राणकारिण्यै नमः।
644⚊ ॐ जीवातुलतिकायै नमः।
645⚊ ॐ जीवजन्म्यै नमः।
646⚊ ॐ जन्मनिबर्हण्यै नमः।
647⚊ ॐ जाड्य विध्वंसनकर्यै नमः।
648⚊ ॐ जगद्योनये नमः।
649⚊ ॐ जयात्मिकायै नमः।
650⚊ ॐ जगदानन्द जनन्यै नमः।
651⚊ ॐ जम्ब्यै नमः।
652⚊ ॐ जलजेक्षणायै नमः।
653⚊ ॐ जयन्त्यै नमः।
654⚊ ॐ जङ्गपूगघ्न्यै नमः।
655⚊ ॐ जनितज्ञान विग्रहायै नमः।
656⚊ ॐ जटायै नमः।
657⚊ ॐ जटावत्यै नमः।
658⚊ ॐ जप्यायै नमः।
659⚊ ॐ जपकर्तृप्रियङ्कर्यै नमः।
660⚊ ॐ जपकृत्पापसंहर्त्र्यै नमः।
661⚊ ॐ जपकृत्फल दायिन्यै नमः।
662⚊ ॐ जपापुष्पसमप्रख्यायै नमः।
663⚊ ॐ जपाकुसुम धारिण्यै नमः।
664⚊ ॐ जनन्यै नमः।
665⚊ ॐ जन्मरहितायै नमः।
666⚊ ॐ ज्योतिर्वृत्यभि दायिन्यै नमः।
667⚊ ॐ जटाजूटन चन्द्रार्धायै नमः।
668⚊ ॐ जगत् सृष्टिकर्यै नमः।
669⚊ ॐ जगत्त्राणकर्यै नमः।
670⚊ ॐ जाड्यध्वंसकर्त्र्यै नमः।
671⚊ ॐ जयेश्वर्यै नमः।
672⚊ ॐ जगद्बीजायै नमः।
673⚊ ॐ जयावासायै नमः।
674⚊ ॐ जन्मभुवे नमः।
675⚊ ॐ जन्मनाशिन्यै नमः।
676⚊ ॐ जन्मान्त्य रहितायै नमः।
677⚊ ॐ जैत्र्यै नमः।
678⚊ ॐ जगद्योनये नमः।
679⚊ ॐ जपात्मिकायै नमः।
680⚊ ॐ जयलक्षण सम्पूर्णायै नमः।
681⚊ ॐ जयदानकृतोद्यमायै नमः।
682⚊ ॐ जम्भराद्यादि संस्तुत्यायै नमः।
683⚊ ॐ जम्भारिफल दायिन्यै नमः।
684⚊ ॐ जगत्त्रय हितायै नमः।
685⚊ ॐ ज्येष्ठायै नमः।
686⚊ ॐ जगत्त्रयवशङ्कर्यै नमः।
687⚊ ॐ जगत्त्रयाम्बायै नमः।
688⚊ ॐ जगत्यै नमः।
689⚊ ॐ ज्वालायै नमः।
690⚊ ॐ ज्वालित लोचनायै नमः।
691⚊ ॐ ज्वालिन्यै नमः।
692⚊ ॐ ज्वलनाभासायै नमः।
693⚊ ॐ ज्वलन्त्यै नमः।
694⚊ ॐ ज्वलनात्मिकायै नमः।
695⚊ ॐ जितारातिसुर स्तुत्यायै नमः।
696⚊ ॐ जितक्रोधायै नमः।
697⚊ ॐ जितेन्द्रियायै नमः।
698⚊ ॐ जरामरणशून्यायै नमः।
699⚊ ॐ जनित्र्यै नमः।
700⚊ ॐ जन्मनाशिन्यै नमः।
701⚊ ॐ जलजाभायै नमः।
702⚊ ॐ जलमय्यै नमः।
703⚊ ॐ जलजासन वल्लभायै नमः।
704⚊ ॐ जलजस्थायै नमः।
705⚊ ॐ जपाराध्यायै नमः।
706⚊ ॐ जनमङ्गल कारिण्यै नमः।
707⚊ ॐ कामिन्यै नमः।
708⚊ ॐ कामरूपायै नमः।
709⚊ ॐ काम्यायै नमः।
710⚊ ॐ कामप्रदायिन्यै नमः।
711⚊ ॐ कमाल्यै नमः।
712⚊ ॐ कामदायै नमः।
713⚊ ॐ कर्त्र्यै नमः।
714⚊ ॐ ऋतुकर्म फलप्रदायै नमः।
715⚊ ॐ कृतघ्नघ्न्यै नमः।
716⚊ ॐ क्रियारूपायै नमः।
717⚊ ॐ कार्य कारणरूपिण्यै नमः।
718⚊ ॐ कञ्जाक्ष्यै नमः।
719⚊ ॐ करुणारूपायै नमः।
720⚊ ॐ केवलामर सेवितायै नमः।
721⚊ ॐ कल्याण कारिण्यै नमः।
722⚊ ॐ कान्तायै नमः।
723⚊ ॐ कान्तिदायै नमः।
724⚊ ॐ कान्तिरूपिण्यै नमः।
725⚊ ॐ कमलायै नमः।
726⚊ ॐ कमलावासायै नमः।
727⚊ ॐ कमलोत्पल मालिन्यै नमः।
728⚊ ॐ कुमुद्वत्यै नमः।
729⚊ ॐ कल्याण्यै नमः।
730⚊ ॐ कान्त्यै नमः।
731⚊ ॐ कामेश वल्लभायै नमः।
732⚊ ॐ कामेश्वर्यै नमः।
733⚊ ॐ कमलिन्यै नमः।
734⚊ ॐ कामदायै नमः।
735⚊ ॐ कामबन्धिन्यै नमः।
736⚊ ॐ कामधेन्वे नमः।
737⚊ ॐ काञ्चनाक्ष्यै नमः।
738⚊ ॐ काञ्चनाभायै नमः।
739⚊ ॐ कलानिधये नमः।
740⚊ ॐ क्रियायै नमः।
741⚊ ॐ कीर्तिकर्यै नमः।
742⚊ ॐ कीर्त्यै नमः।
743⚊ ॐ क्रतुश्रेष्ठायै नमः।
744⚊ ॐ कृतेश्वर्यै नमः।
745⚊ ॐ क्रतुसर्वक्रिया स्तुत्यायै नमः।
746⚊ ॐ क्रतुकृत्प्रिय कारिण्यै नमः।
747⚊ ॐ क्लेशनाश कर्यै नमः।
748⚊ ॐ कर्त्र्यै नमः।
749⚊ ॐ कर्मदायै नमः।
750⚊ ॐ कर्मबन्धिन्यै नमः।
751⚊ ॐ कर्मबन्धहर्यै नमः।
752⚊ ॐ कृष्टायै नमः।
753⚊ ॐ कलमघ्न्यै नमः।
754⚊ ॐ कञ्जलोचनायै नमः।
755⚊ ॐ कन्दर्पजनन्यै नमः।
756⚊ ॐ कान्तायै नमः।
757⚊ ॐ करुणायै नमः।
758⚊ ॐ करुणावत्यै नमः।
759⚊ ॐ क्लींकारिण्यै नमः।
760⚊ ॐ कृपाकारायै नमः।
761⚊ ॐ कृपासिन्धवे नमः।
762⚊ ॐ कृपावत्यै नमः।
763⚊ ॐ करुणार्द्रायै नमः।
764⚊ ॐ कीर्तिकर्यै नमः।
765⚊ ॐ कल्मषघ्न्यै नमः।
766⚊ ॐ क्रियाकर्यै नमः।
767⚊ ॐ क्रियाशक्त्यै नमः।
768⚊ ॐ कामरूपायै नमः।
769⚊ ॐ कमलोत्पल गन्धिन्यै नमः।
770⚊ ॐ कलायै नमः।
771⚊ ॐ कलावत्यै नमः।
772⚊ ॐ कूर्म्यै नमः।
773⚊ ॐ कूटस्थायै नमः।
774⚊ ॐ कञ्जसंस्थितायै नमः।
775⚊ ॐ कालिकायै नमः।
776⚊ ॐ कल्मषघ्न्यै नमः।
777⚊ ॐ कमनीय जटान्वितायै नमः।
778⚊ ॐ करपद्मायै नमः।
779⚊ ॐ कराभीष्टप्रदायै नमः।
780⚊ ॐ क्रतुफलप्रदायै नमः।
781⚊ ॐ कौशिक्यै नमः।
782⚊ ॐ कोशदायै नमः।
783⚊ ॐ काव्यायै नमः।
784⚊ ॐ कर्त्र्यै नमः।
785⚊ ॐ कोशेश्वर्यै नमः।
786⚊ ॐ कृशायै नमः।
787⚊ ॐ कूर्मयानायै नमः।
788⚊ ॐ कल्पलतायै नमः।
789⚊ ॐ कालकूट विनाशिन्यै नमः।
790⚊ ॐ कल्पोद्यानवत्यै नमः।
791⚊ ॐ कल्पवनस्थायै नमः।
792⚊ ॐ कल्पकारिण्यै नमः।
793⚊ ॐ कदम्बकुसुमाभासायै नमः।
794⚊ ॐ कदम्बकुसुम प्रियायै नमः।
795⚊ ॐ कदम्बोद्यान मध्यस्थायै नमः।
796⚊ ॐ कीर्तिदायै नमः।
797⚊ ॐ कीर्तिभूषणायै नमः।
798⚊ ॐ कुलमात्रे नमः।
799⚊ ॐ कुलावासायै नमः।
800⚊ ॐ कुलाचार प्रियङ्कर्यै नमः।
801⚊ ॐ कुलला नाथायै नमः।
802⚊ ॐ कामकलायै नमः।
803⚊ ॐ कला नाथायै नमः।
804⚊ ॐ कलेश्वर्यै नमः।
805⚊ ॐ कुन्द मन्दार पुष्पाभायै नमः।
806⚊ ॐ कपर्दस्थितचन्द्रिकायै नमः।
807⚊ ॐ कवित्वदायै नमः।
808⚊ ॐ काम्यमात्रे नमः।
809⚊ ॐ कविमात्रे नमः।
810⚊ ॐ कलाप्रदायै नमः।
811⚊ ॐ तरुण्यै नमः।
812⚊ ॐ तरुणीतातायै नमः।
813⚊ ॐ ताराधिप समाननायै नमः।
814⚊ ॐ तृप्तये नमः।
815⚊ ॐ तृप्ति प्रदायै नमः।
816⚊ ॐ तर्क्यायै नमः।
817⚊ ॐ तपन्यै नमः।
818⚊ ॐ तापिन्यै नमः।
819⚊ ॐ तर्पण्यै नमः।
820⚊ ॐ तीर्थरूपायै नमः।
821⚊ ॐ त्रिदशायै नमः।
822⚊ ॐ त्रिदशेश्वर्यै नमः।
823⚊ ॐ त्रिदिवेश्यै नमः।
824⚊ ॐ त्रिजनन्यै नमः।
825⚊ ॐ त्रिमात्रे नमः।
826⚊ ॐ त्र्यम्बकेश्वर्यै नमः।
827⚊ ॐ त्रिपुरायै नमः।
828⚊ ॐ त्रिपुरेशान्यै नमः।
829⚊ ॐ त्र्यम्बकायै नमः।
830⚊ ॐ त्रिपुराम्बिकायै नमः।
831⚊ ॐ त्रिपुरश्रियै नमः।
832⚊ ॐ त्रयीरूपायै नमः।
833⚊ ॐ त्रयीवेद्यायै नमः।
834⚊ ॐ त्रयीश्वर्यै नमः।
835⚊ ॐ त्रय्यन्तवेदिन्यै नमः।
836⚊ ॐ ताम्रायै नमः।
837⚊ ॐ तापत्रितय हारिण्यै नमः।
838⚊ ॐ तमाल सदृश्यै नमः।
839⚊ ॐ त्रात्रे नमः।
840⚊ ॐ तरुणादित्य सन्निभायै नमः।
841⚊ ॐ त्रैलोक्य व्यापिन्यै नमः।
842⚊ ॐ तृप्तायै नमः।
843⚊ ॐ तृप्तिकृते नमः।
844⚊ ॐ तत्त्व रूपिण्यै नमः।
845⚊ ॐ तुर्यायै नमः।
846⚊ ॐ त्रैलोक्य संस्तुत्यायै नमः।
847⚊ ॐ त्रिगुणायै नमः।
848⚊ ॐ त्रिगुणेश्वर्यै नमः।
849⚊ ॐ त्रिपुरघ्न्यै नमः।
850⚊ ॐ त्रिमात्रे नमः।
851⚊ ॐ त्र्यम्बकायै नमः।
852⚊ ॐ त्रिगुणान्वितायै नमः।
853⚊ ॐ तृष्णाच्छेदकर्यै नमः।
854⚊ ॐ तृप्तायै नमः।
855⚊ ॐ तीक्ष्णायै नमः।
856⚊ ॐ तीक्ष्णस्वरूपिण्यै नमः।
857⚊ ॐ तुलायै नमः।
858⚊ ॐ तुलादि रहितायै नमः।
859⚊ ॐ तत्तद् ब्रह्मस्वरूपिण्यै नमः।
860⚊ ॐ त्राणकर्त्र्यै नमः।
861⚊ ॐ त्रिपापघ्न्यै नमः।
862⚊ ॐ त्रिपदायै नमः।
863⚊ ॐ त्रिदशान्वितायै नमः।
864⚊ ॐ तथ्यायै नमः।
865⚊ ॐ त्रिशक्त्यै नमः।
866⚊ ॐ त्रिपदायै नमः।
867⚊ ॐ तुर्यायै नमः।
868⚊ ॐ त्रैलोक्य सुन्दर्यै नमः।
869⚊ ॐ तेजस्कर्यै नमः।
870⚊ ॐ त्रिमुर्त्त्याद्यायै नमः।
871⚊ ॐ तेजोरूपायै नमः।
872⚊ ॐ त्रिधामतायै नमः।
873⚊ ॐ त्रिचक्र कर्त्र्यै नमः।
874⚊ ॐ त्रिभगायै नमः।
875⚊ ॐ तुर्यातीतफलप्रदायै नमः।
876⚊ ॐ तेजस्विन्यै नमः।
877⚊ ॐ तापहर्यै नमः।
878⚊ ॐ तापोपप्लव नाशिन्यै नमः।
879⚊ ॐ तेजोगर्भायै नमः।
880⚊ ॐ तपस्सारायै नमः।
881⚊ ॐ त्रिपुरारि प्रियङ्कर्यै नमः।
882⚊ ॐ तन्व्यै नमः।
883⚊ ॐ तापससन्तुष्टायै नमः।
884⚊ ॐ तपताङ्गज भीतिनुदे नमः।
885⚊ ॐ त्रिलोचनायै नमः।
886⚊ ॐ त्रिमार्गायै नमः।
887⚊ ॐ तृतीयायै नमः।
888⚊ ॐ त्रिदशस्तुतायै नमः।
889⚊ ॐ त्रिसुन्दर्यै नमः।
890⚊ ॐ त्रिपथगायै नमः।
891⚊ ॐ तुरीयपद दायिन्यै नमः।
892⚊ ॐ शुभायै नमः।
893⚊ ॐ शुभावत्यै नमः।
894⚊ ॐ शान्तायै नमः।
895⚊ ॐ शान्तिदायै नमः।
896⚊ ॐ शुभदायिन्यै नमः।
897⚊ ॐ शीतलायै नमः।
898⚊ ॐ शूलिन्यै नमः।
899⚊ ॐ शीतायै नमः।
900⚊ ॐ श्रीमत्यै नमः।
901⚊ ॐ शुभान्वितायै नमः।
902⚊ ॐ योगसिद्धि प्रदायै नमः।
903⚊ ॐ योग्यायै नमः।
904⚊ ॐ यज्ञेन परिपूरितायै नमः।
905⚊ ॐ यज्यायै नमः।
906⚊ ॐ यज्ञमय्यै नमः।
907⚊ ॐ यक्ष्यै नमः।
908⚊ ॐ यक्षिण्यै नमः।
909⚊ ॐ यक्षिवल्लभायै नमः।
910⚊ ॐ यज्ञप्रियायै नमः।
911⚊ ॐ यज्ञपूज्यायै नमः।
912⚊ ॐ यज्ञतुष्टायै नमः।
913⚊ ॐ यमस्तुतायै नमः।
914⚊ ॐ यामिनीय प्रभायै नमः।
915⚊ ॐ याम्यायै नमः।
916⚊ ॐ यजनीयायै नमः।
917⚊ ॐ यशस्कर्यै नमः।
918⚊ ॐ यज्ञकर्त्र्यै नमः।
919⚊ ॐ यज्ञरूपायै नमः।
920⚊ ॐ यशोदायै नमः।
921⚊ ॐ यज्ञसंस्तुत्यायै नमः।
922⚊ ॐ यज्ञेश्यै नमः।
923⚊ ॐ यज्ञफलदायै नमः।
924⚊ ॐ योगयोनये नमः।
925⚊ ॐ यजुस्तुतायै नमः।
926⚊ ॐ यमिसेव्यायै नमः।
927⚊ ॐ यमाराध्यायै नमः।
928⚊ ॐ यमिपूज्यायै नमः।
929⚊ ॐ यमीश्वर्यै नमः।
930⚊ ॐ योगिन्यै नमः।
931⚊ ॐ योगरूपायै नमः।
932⚊ ॐ योगकर्तृ प्रियङ्कर्यै नमः।
933⚊ ॐ योगयुक्तायै नमः।
934⚊ ॐ योगमय्यै नमः।
935⚊ ॐ योगयोगीश्वराम्बिकायै नमः।
936⚊ ॐ योगज्ञानमय्यै नमः।
937⚊ ॐ योनये नमः।
938⚊ ॐ यमाद्यष्टाङ्गयोग युतायै नमः।
939⚊ ॐ यन्त्रिताघौघ संहारायै नमः।
940⚊ ॐ यमलोक निवारिण्यै नमः।
941⚊ ॐ यष्टिव्यष्टीश संस्तुत्यायै नमः।
942⚊ ॐ यमाद्यष्टाङ्ग योगयुजे नमः।
943⚊ ॐ योगीश्वर्यै नमः।
944⚊ ॐ योगमात्रे नमः।
945⚊ ॐ योगसिद्धायै नमः।
946⚊ ॐ योगदायै नमः।
947⚊ ॐ योगारूढायै नमः।
948⚊ ॐ योगमय्यै नमः।
949⚊ ॐ योगरूपायै नमः।
950⚊ ॐ यवीयस्यै नमः।
951⚊ ॐ यन्त्ररूपायै नमः।
952⚊ ॐ यन्त्रस्थायै नमः।
953⚊ ॐ यन्त्रपूज्यायै नमः।
954⚊ ॐ यन्त्रितायै नमः।
955⚊ ॐ युगकर्त्र्यै नमः।
956⚊ ॐ युगमर्यै नमः।
957⚊ ॐ युगधर्मविवर्जितायै नमः।
958⚊ ॐ यमुनायै नमः।
959⚊ ॐ यमिन्यै नमः।
960⚊ ॐ याम्यायै नमः।
961⚊ ॐ यमुना जल मध्यगायै नमः।
962⚊ ॐ यातायात प्रशमन्यै नमः।
963⚊ ॐ यातनानान्निकृन्तन्यै नमः।
964⚊ ॐ योगावासायै नमः।
965⚊ ॐ योगिवन्द्यायै नमः।
966⚊ ॐ यत्तच्छब्द स्वरूपिण्यै नमः।
967⚊ ॐ योगक्षेममय्यै नमः।
968⚊ ॐ यन्त्रायै नमः।
969⚊ ॐ यावदक्षर मातृकायै नमः।
970⚊ ॐ यावत्पदमय्यै नमः।
971⚊ ॐ यावच्छब्द रूपायै नमः।
972⚊ ॐ यथेश्वर्यै नमः।
973⚊ ॐ यत्तदीयायै नमः।
974⚊ ॐ यक्षवन्द्यायै नमः।
975⚊ ॐ यतिविद्यायै नमः।
976⚊ ॐ यति संस्तुतायै नमः।
977⚊ ॐ यावद्विद्यामय्यै नमः।
978⚊ ॐ यावद्विद्या बृन्द सुवन्दितायै नमः।
979⚊ ॐ योगिहृत्पद्म निलयायै नमः।
980⚊ ॐ योगिवर्य प्रियङ्कर्यै नमः।
981⚊ ॐ योगिवन्द्यायै नमः।
982⚊ ॐ योगिमात्रे नमः।
983⚊ ॐ योगीशफल दायिन्यै नमः।
984⚊ ॐ यक्षवन्द्यायै नमः।
985⚊ ॐ यक्षपूज्यायै नमः।
986⚊ ॐ यक्षराज सुपूजितायै नमः।
987⚊ ॐ यज्ञरूपायै नमः।
988⚊ ॐ यज्ञतुष्टायै नमः।
989⚊ ॐ यायजूकस्वरूपिण्यै नमः।
990⚊ ॐ यन्त्राराध्यायै नमः।
991⚊ ॐ यन्त्रमध्यायै नमः।
992⚊ ॐ यन्त्रकर्तृ प्रियङ्कर्यै नमः।
993⚊ ॐ यन्त्रारूढायै नमः।
994⚊ ॐ यन्त्रपूज्यायै नमः।
995⚊ ॐ योगिध्यान परायणायै नमः।
996⚊ ॐ यजनीयायै नमः।
997⚊ ॐ यमस्तुत्यायै नमः।
998⚊ ॐ योगयुक्तायै नमः।
999⚊ ॐ यशस्कर्यै नमः।
1000⚊ ॐ योगबद्धायै नमः।
1001⚊ ॐ यति स्तुत्यायै नमः।
1002⚊ ॐ योगज्ञायै नमः।
1003⚊ ॐ योगनायक्यै नमः।
1004⚊ ॐ योगिज्ञान प्रदायै नमः।
1005⚊ ॐ यक्ष्यै नमः।
1006⚊ ॐ यमबाधा विनाशिन्यै नमः।
1007⚊ ॐ योगिकाम्य प्रदात्र्यै नमः।
1008⚊ ॐ योगिमोक्ष प्रदायिन्यै नमः।
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श्री शिव स्तुति भोले शिव शंकर जी की स्तुति... ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय | ॐ नमः शिवाय भगवान शिव स्तुति : भगवान भोलेनाथ भक्तों की प्रार्थना से बहुत जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। इसी कारण उन्हें 'आशुतोष' भी कहा जाता है। सनातन धर्म में सोमवार का दिन को भगवान शिव को समर्पित है। इसी कारण सोमवार को शिव का महाभिषेक के साथ साथ शिव की उपासना के लिए व्रत भी रखे जाते हैं। अपने परिवार के लिए सुख समृद्धि पाना के लिए सोमवार के दिन शिव स्तुति का जाप करना आपके लिए लाभकारी होगा और स्तुति का सच्चे मन से करने पर भोले भंडारी खुश होकर आशीर्वाद देते है। ॥ शिव स्तुति ॥ ॥ दोहा ॥ श्री गिरिजापति बंदि कर चरण मध्य शिर नाय। कहत गीता राधे तुम मो पर हो सहाय॥ कविता नंदी की सवारी नाग अंगीकार धारी। नित संत सुखकारी नीलकण्ठ त्रिपुरारी हैं॥ गले मुण्डमाला भारी सर सोहै जटाधारी। बाम अंग में बिहारी गिरिजा सुतवारी हैं॥ दानी बड़े भारी शेष शारदा पुकारी। काशीपति मदनारी कर शूल च्रकधारी हैं॥ कला जाकी उजियारी लख देव सो निहारी। यश गावें वेदचारी सो

jhaankee - झांकी उमा महेश की, आठों पहर किया करूँ।

भगवान शिव की आरती | BHAKTI GYAN भगवान शिव की आरती... ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: | ॐ नमः शिवाय: भगवान शिव की पूजा के समय मन के भावों को शब्दों में व्यक्त करके भी भगवान आशुतोष को प्रसन्न किया जा सकता है। भगवान शिव की आरती से हम भगवान भोलेनाथ के चरणों में अपने स्तुति रूपी श्रद्धासुमन अर्पित कर उनका कृपा प्रसाद पा सकते हैं। ॥ झांकी ॥ झांकी उमा महेश की, आठों पहर किया करूँ। नैनो के पात्र में सुधा, भर भर के मैं पिया करूँ॥ वाराणसी का वास हो, और न कोई पास हो। गिरजापति के नाम का, सुमिरण भजन किया करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... जयति जय महेश हे, जयति जय नन्द केश हे। जयति जय उमेश हे, प्रेम से मै जपा करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... अम्बा कही श्रमित न हो, सेवा का भार मुझको दो। जी भर के तुम पिया करो, घोट के मैं दिया करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... जी मै तुम्हारी है लगन, खीचते है उधर व्यसन। हरदम चलायमान हे मन, इसका उपाय क्या करूँ॥ झांकी उमा महेश की....... भिक्षा में नाथ दीजिए, सेवा में मै रहा करूँ। बेकल हु नाथ रात दिन चैन

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श्री शिव रुद्राष्टक स्तोत्र श्री शिव रुद्राष्टक स्तोत्र... !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! भगवान शिव शंकर जी आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं। यदि भक्त श्रद्धा पूर्वक एक लोटा जल भी अर्पित कर दे तो भी वे प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है। 'श्री शिव रुद्राष्टकम' अपने आप में अद्भुत स्तुति है। यदि कोई आपको परेशान कर रहा है तो किसी शिव मंदिर या घर में ही कुशा के आसन पर बैठकर लगातार 7 दिनों तक सुबह शाम 'रुद्राष्टकम' स्तुति का पाठ करने से भगवान शिव बड़े से बड़े शत्रुओं का नाश करते हैं और सदैव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। रामायण के अनुसार, मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम ने रावण जैसे भयंकर शत्रु पर विजय पाने के लिए रामेशवरम में शिवलिंग की स्थापना कर रूद्राष्टकम स्तुति का श्रद्धापूर्वक पाठ किया था और परिणाम स्वरूप शिव की कृपा से रावण का अंत भी हुआ था। ॥ श्री शिव रुद्राष्टक स्तोत्र ॥ नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम्। निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भज

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Lingashtakam\Shiv\lingashtakam stotram-लिङ्गाष्टकम्

श्री लिंगाष्टकम स्तोत्र श्री शिव लिंगाष्टकम स्तोत्र... !! जय श्री सीताराम !! जय श्री हनुमान !! जय श्री दुर्गा माँ !! लिंगाष्टकम में शिवलिंग की स्तुति बहुत अद्बुध एवं सूंदर ढंग से की गयी है। सुगंध से सुशोभित, शिव लिंग बुद्धि में वृद्धि करता है। चंदन और कुमकुम के लेप से ढका होता है और मालाओं से सुशोभित होता है। इसमें उपासकों के पिछले कर्मों को नष्ट करने की शक्ति है। इसका पाठ करने वाला व्यक्ति हर समय शांति से परिपूर्ण रहता है और साधक के जन्म और पुनर्जन्म के चक्र के कारण होने वाले किसी भी दुख को भी नष्ट कर देता है। ॥ लिंगाष्टकम स्तोत्र ॥ ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् । जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥१॥ देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गं कामदहं करुणाकरलिङ्गम् । रावणदर्पविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥२॥ सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गं बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम् । सिद्धसुरासुरवन्दितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥३॥ कनकमहामणिभूषितलिङ्गं फणिपतिवेष्टितशोभितलिङ्गम् । दक्षसुयज्ञविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्ग

Mata Chamunda Devi Chalisa - नमस्कार चामुंडा माता, तीनो लोक मई मई विख्याता

चामुण्डा देवी की चालीसा | BHAKTI GYAN चामुण्डा देवी की चालीसा... हिंदू धर्म में मां दुर्गा को शक्ति स्वरूपा माना गया है। भारतवर्ष में कुल 51 शक्तिपीठ है, जिनमे से एक चामुण्‍डा देवी मंदिर शक्ति पीठ भी है। चामुण्डा देवी का मंदिर मुख्यता माता काली को समर्पित है, जो कि शक्ति और संहार की देवी है। पुराणों के अनुसार धरती पर जब कोई संकट आया है तब-तब माता ने दानवो का संहार किया है। असुर चण्ड-मुण्ड के संहार के कारण माता का नाम चामुण्डा पड़ा। श्री चामुंडा देवी मंदिर को चामुंडा नंदिकेश्वर धाम के नाम से भी जाना जाता है, यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की धर्मशाला तहसील में पालमपुर शहर से 19 K.M दूर स्थित है। जो माता दुर्गा के एक रूप श्री चामुंडा देवी को समर्पित है। || चालीसा || ।। दोहा ।। नीलवरण मा कालिका रहती सदा प्रचंड, दस हाथो मई ससत्रा धार देती दुस्त को दांड्ड़ । मधु केटभ संहार कर करी धर्म की जीत, मेरी भी बढ़ा हरो हो जो कर्म पुनीत ।। ।। चौपाई ।। नमस्कार चामुंडा माता, तीनो लोक मई मई विख्याता । हिमाल्या मई पवितरा धाम है, महाशक्ति तुमको प्रडम है ।।1।।

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भारत के प्रमुख मंदिरो की सूची भारत के प्रमुख मंदिरो की सूची... भारतीय सभ्यता दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है एवं सनातन काल से यहां मंदिरो की विशेष मान्यताये है। भारत के हर राज्य में कई प्रसिद्ध मंदिर है। ऐसे मंदिर भी है जिनमे की वर्ष भर आने वाले श्रद्धालुओ का तांता ही लगा रहता है, जो आमतौर पर अपने विस्तृत वास्त़ुकला और समृद्ध इतिहास के लिए जाने जाते हैं। भारत के कुछ प्रमुख मंदिरो के नाम यहां हमने सूचीबद्ध किये है। भारत के प्रमुख मंदिर सूची क्र. संख्या प्रसिद्द मंदिर स्थान 1 बद्रीनाथ मंदिर बद्रीनाथ, उत्तराखंड 2 केदारनाथ मंदिर केदारनाथ, उत्तराखंड 3 यमुनोत्री मंदिर उत्तरकाशी, उत्तराखंड 4 गंगोत्री मंदिर गंगोत्री, उत्तराखंड 5 हिडिम्बा देवी मंदिर मनाली, हिमाचल प्रदेश 6 अमरनाथ मंदिर पहलगाम, जम्मू कश्मीर 7 माता वैष्णो देवी मंदिर कटरा, जम्मू कश्मीर 8 मार्तण्ड सूर्य मंदिर अनंतनाग, कश्मीर 9 काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी, उत्तर प्रदेश 10 प्रेम मंदिर मथुरा, उत्तरप्रदेश