श्री कृष्ण भगवान जी के भजन...
भगवान तुम्हारे मंदिर में, मैं नया पुजारी आया हूँ।
पूजा मैं कुछ भी लाया नहीं, बस अलख जगाने आया हूँ॥
भगवान तुम्हारे मंदिर में.....
मन को तो बनाया मंदिर है, और सूरत तेरी बिठाई है।
पूजा की शक्ति दो भगवन, मैं शरण तुम्हारी आया हूँ॥
भगवान तुम्हारे मंदिर में.....
गणिका को तारा था तुमने, द्रोपदी की लाज बचाई थी।
अब बारी है मेरी प्रभु जी, यह याद दिलाने आया हूँ॥
भगवान तुम्हारे मंदिर में .....
है बरसों की तो बात ही क्या, युग बीते तुमको पाने में।
अब तो आ जाओ मेरे भगवन, मैं तुम्हें मनाने आया हूँ॥
भगवान तुम्हारे मंदिर में.....
इस बैर भाव की दुनिया में, कोई भी मित्र नहीं मिलता।
जब नाम सुना भगवन तेरा, तुम्हें मित्र बनाने आया हूँ॥
भगवान तुम्हारे मंदिर में, एक नया पुजारी आया हूँ॥
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