माँ दुर्गा के सहस्त्रनाम यानि 1000 नाम...
दुर्गा माँ के 1000 नामों के जपने मात्र से ही हर मनोकामना पूरी होगी और नई ऊर्जा का संचार होगा। मां दुर्गा के ये 1000 नाम हर विपदा और संकट में रक्षा करते हैं। मां दुर्गा के इन नामों के प्रतिदिन जाप से ऐश्वर्य और सफलता प्राप्त होती है।
माँ दुर्गा के 1000 नाम | |
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1 | ॐ महाविद्यायै नमः। |
2 | ॐ जगन्मात्रे नमः। |
3 | ॐ महालक्ष्म्यै नमः। |
4 | ॐ शिवप्रियायै नमः। |
5 | ॐ विष्णुमायायै नमः। |
6 | ॐ शुभायै नमः। |
7 | ॐ शान्तायै नमः। |
8 | ॐ सिद्धायै नमः। |
9 | ॐ सिद्धसरस्वत्यै नमः। |
10 | ॐ क्षमायै नमः। |
11 | ॐ कान्त्यै नमः। |
12 | ॐ प्रभायै नमः। |
13 | ॐ ज्योत्स्नायै नमः। |
14 | ॐ पार्वत्यै नमः। |
15 | ॐ सर्वमङ्गलायै नमः। |
16 | ॐ हिङ्गुलायै नमः। |
17 | ॐ चण्डिकायै नमः। |
18 | ॐ दान्तायै नमः। |
19 | ॐ पद्मायै नमः। |
20 | ॐ लक्ष्म्यै नमः। |
21 | ॐ हरिप्रियायै नमः। |
22 | ॐ त्रिपुरायै नमः। |
23 | ॐ नन्दिन्यै नमः। |
24 | ॐ नन्दायै नमः। |
25 | ॐ सुनन्दायै नमः। |
26 | ॐ सुरवन्दितायै नमः। |
27 | ॐ यज्ञविद्यायै नमः। |
28 | ॐ महामायायै नमः। |
29 | ॐ वेदमात्रे नमः। |
30 | ॐ सुधायै नमः। |
31 | ॐ धृत्यै नमः। |
32 | ॐ प्रीतये नमः। |
33 | ॐ प्रथायै नमः। |
34 | ॐ प्रसिद्धायै नमः। |
35 | ॐ मृडान्यै नमः। |
36 | ॐ विन्ध्यवासिन्यै नमः। |
37 | ॐ सिद्धविद्यायै नमः। |
38 | ॐ महाशक्तये नमः। |
39 | ॐ पृथ्व्यै नमः। |
40 | ॐ नारदसेवितायै नमः। |
41 | ॐ पुरुहूतप्रियायै नमः। |
42 | ॐ कान्तायै नमः। |
43 | ॐ कामिन्यै नमः। |
44 | ॐ पद्मलोचनायै नमः। |
45 | ॐ प्रह्लादिन्यै नमः। |
46 | ॐ महामात्रे नमः। |
47 | ॐ दुर्गायै नमः। |
48 | ॐ दुर्गतिनाशिन्यै नमः। |
49 | ॐ ज्वालामुख्यै नमः। |
50 | ॐ सुगोत्रायै नमः। |
51 | ॐ ज्योतिषे नमः। |
52 | ॐ कुमुदवासिन्यै नमः। |
53 | ॐ दुर्गमायै नमः। |
54 | ॐ दुर्लभायै नमः। |
55 | ॐ विद्यायै नमः। |
56 | ॐ स्वर्गत्यै नमः। |
57 | ॐ पुरवासिन्यै नमः। |
58 | ॐ अपर्णायै नमः। |
59 | ॐ शाम्बरीमायायै नमः। |
60 | ॐ मदिरायै नमः। |
61 | ॐ मृदुहासिन्यै नमः। |
62 | ॐ कुलवागीश्वर्यै नमः। |
63 | ॐ नित्यायै नमः। |
64 | ॐ नित्यक्लिन्नायै नमः। |
65 | ॐ कृशोदर्यै नमः। |
66 | ॐ कामेश्वर्यै नमः। |
67 | ॐ नीलायै नमः। |
68 | ॐ भीरुण्डायै नमः। |
69 | ॐ वह्निवासिन्यै नमः। |
70 | ॐ लम्बोदर्यै नमः। |
71 | ॐ महाकाल्यै नमः। |
72 | ॐ विद्याविद्येश्वर्यै नमः। |
73 | ॐ नरेश्वरायै नमः। |
74 | ॐ सत्यायै नमः। |
75 | ॐ सर्वसौभाग्यवर्धिन्यै नमः। |
76 | ॐ सङ्कर्षण्यै नमः। |
77 | ॐ नारसिंह्यै नमः। |
78 | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
79 | ॐ महोदर्यै नमः। |
80 | ॐ कात्यायन्यै नमः। |
81 | ॐ चम्पायै नमः। |
82 | ॐ सर्वसम्पत्तिकारिण्यै नमः। |
83 | ॐ नारायण्यै नमः। |
84 | ॐ महानिद्रायै नमः। |
85 | ॐ योगनिद्रायै नमः। |
86 | ॐ प्रभावत्यै नमः। |
87 | ॐ प्रज्ञापारमितायै नमः। |
88 | ॐ प्रज्ञायै नमः। |
89 | ॐ तारायै नमः। |
90 | ॐ मधुमत्यै नमः। |
91 | ॐ मधुवे नमः। |
92 | ॐ क्षीरार्णवसुधाहारायै नमः। |
93 | ॐ कालिकायै नमः। |
94 | ॐ सिंहवाहिन्यै नमः। |
95 | ॐ ओंकारायै नमः। |
96 | ॐ वसुधाकारायै नमः। |
97 | ॐ चेतनायै नमः। |
98 | ॐ कोपनाकृत्यै नमः। |
99 | ॐ अर्धबिन्दुधरायै नमः। |
100 | ॐ धारायै नमः। |
101 | ॐ विश्वमात्रे नमः। |
102 | ॐ कलावत्यै नमः। |
103 | ॐ पद्मावत्यै नमः। |
104 | ॐ सुवस्त्रायै नमः। |
105 | ॐ प्रबुद्धायै नमः। |
106 | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
107 | ॐ कुण्डासनायै नमः। |
108 | ॐ जगद्धात्र्यै नमः। |
109 | ॐ बुद्धमात्रे नमः। |
110 | ॐ जिनेश्वर्यै नमः। |
111 | ॐ जिनमात्रे नमः। |
112 | ॐ जिनेन्द्रायै नमः। |
113 | ॐ शारदायै नमः। |
114 | ॐ हंसवाहनायै नमः। |
115 | ॐ राज्यलक्ष्म्यै नमः। |
116 | ॐ वषट्कारायै नमः। |
117 | ॐ सुधाकारायै नमः। |
118 | ॐ सुधात्मिकायै नमः। |
119 | ॐ राजनीतये नमः। |
120 | ॐ त्रय्यै नमः। |
121 | ॐ वार्तायै नमः। |
122 | ॐ दण्डनीतये नमः। |
123 | ॐ कियावत्यै नमः। |
124 | ॐ सद्भूत्यै नमः। |
125 | ॐ तारिण्यै नमः। |
126 | ॐ श्रद्धायै नमः। |
127 | ॐ सद्गतये नमः। |
128 | ॐ सत्परायणायै नमः। |
129 | ॐ सिन्धवे नमः। |
130 | ॐ मन्दाकिन्यै नमः। |
131 | ॐ गङ्गायै नमः। |
132 | ॐ यमुनायै नमः। |
133 | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
134 | ॐ गोदावर्यै नमः। |
135 | ॐ विपाशायै नमः। |
136 | ॐ कावेर्यै नमः। |
137 | ॐ शतहन्दायै नमः। |
138 | ॐ सरय्वै नमः। |
139 | ॐ चन्द्रभागायै नमः। |
140 | ॐ कौशिक्यै नमः। |
141 | ॐ गण्डक्यै नमः। |
142 | ॐ शुचये नमः। |
143 | ॐ नर्मदायै नमः। |
144 | ॐ कर्मनाशाय नमः। |
145 | ॐ चर्मण्वत्यै नमः। |
146 | ॐ देविकायै नमः। |
147 | ॐ वेत्रवत्यै नमः। |
148 | ॐ वितस्तायै नमः। |
149 | ॐ वरदायै नमः। |
150 | ॐ नरवाहनायै नमः। |
151 | ॐ सत्यै नमः। |
152 | ॐ पतिव्रतायै नमः। |
153 | ॐ साध्व्यै नमः। |
154 | ॐ सुचक्षुषे नमः। |
155 | ॐ कुण्डवासिन्यै नमः। |
156 | ॐ एकचक्षुषे नमः। |
157 | ॐ सहस्त्राक्ष्यै नमः। |
158 | ॐ सुश्रोण्यै नमः। |
159 | ॐ भगमालिन्यै नमः। |
160 | ॐ सेना नमः। |
161 | ॐ श्रोण्यै नमः। |
162 | ॐ पताकायै नमः। |
163 | ॐ सुव्यूहायै नमः। |
164 | ॐ युद्धकान्क्षिण्यै नमः। |
165 | ॐ पताकिन्यै नमः। |
166 | ॐ दयारम्भायै नमः। |
167 | ॐ विपञ्चीपञ्चमप्रियायै नमः। |
168 | ॐ परापरकलाकान्तायै नमः। |
169 | ॐ त्रिशक्तये नमः। |
170 | ॐ मोक्षदायिन्यै नमः। |
171 | ॐ ऐन्द्रयै नमः। |
172 | ॐ माहेश्वर्यै नमः। |
173 | ॐ ब्राह्मयै नमः। |
174 | ॐ कौमार्यै नमः। |
175 | ॐ कुलवासिन्यै नमः। |
176 | ॐ इच्छायै नमः। |
177 | ॐ भगवत्यै नमः। |
178 | ॐ शक्तये नमः। |
179 | ॐ कामधेनवे नमः। |
180 | ॐ कृपावत्यै नमः। |
181 | ॐ वज्रायुधायै नमः। |
182 | ॐ वज्रहस्तायै नमः। |
183 | ॐ चण्ड्यै नमः। |
184 | ॐ चण्डपराक्रमायै नमः। |
185 | ॐ गौर्यै नमः। |
186 | ॐ सुवर्णवर्णायै नमः। |
187 | ॐ स्थितिसंहारकारिण्यै नमः। |
188 | ॐ एकायै नमः। |
189 | ॐ अनेकायै नमः। |
190 | ॐ महेज्यायै नमः। |
191 | ॐ शतबाहवे नमः। |
192 | ॐ महाभुजायै नमः। |
193 | ॐ भुजङ्गभूषणायै नमः। |
194 | ॐ भूषायै नमः। |
195 | ॐ षट्चक्रक्रमवासिन्यै नमः। |
196 | ॐ षट्चक्रभेदिन्यै नमः। |
197 | ॐ श्यामायै नमः। |
198 | ॐ कायस्थायै नमः। |
199 | ॐ कायवर्जितायै नमः। |
200 | ॐ सुस्मितायै नमः। |
201 | ॐ सुमुख्यै नमः। |
202 | ॐ क्षामायै नमः। |
203 | ॐ मूलप्रकृत्यै नमः। |
204 | ॐ ईश्वर्यै नमः। |
205 | ॐ अजायै नमः। |
206 | ॐ बहुवर्णायै नमः। |
207 | ॐ पुरुषार्थप्रवर्तिन्यै नमः। |
208 | ॐ रक्तायै नमः। |
209 | ॐ नीलायै नमः। |
210 | ॐ सितायै नमः। |
211 | ॐ श्यामायै नमः। |
212 | ॐ कृष्णायै नमः। |
213 | ॐ पीतायै नमः। |
214 | ॐ कर्बुरायै नमः। |
215 | ॐ क्षुधायै नमः। |
216 | ॐ तृष्णायै नमः। |
217 | ॐ जरावृद्धायै नमः। |
218 | ॐ तरुण्यै नमः। |
219 | ॐ करुणालयायै नमः। |
220 | ॐ कलायै नमः। |
221 | ॐ काष्ठायै नमः। |
222 | ॐ मुहूर्तायै नमः। |
223 | ॐ निमिषायै नमः। |
224 | ॐ कालरूपिण्यै नमः। |
225 | ॐ सुकर्णरसनायै नमः। |
226 | ॐ नासायै नमः। |
227 | ॐ चक्षुषे नमः। |
228 | ॐ स्पर्शवत्यै नमः। |
229 | ॐ रसायै नमः। |
230 | ॐ गन्धप्रियायै नमः। |
231 | ॐ सुगन्धायै नमः। |
232 | ॐ सुस्पर्शायै नमः। |
233 | ॐ मनोगतये नमः। |
234 | ॐ मृगनाभये नमः। |
235 | ॐ मृगाक्ष्यै नमः। |
236 | ॐ कर्पूरामोदधारिण्यै नमः। |
237 | ॐ पद्मयोनये नमः। |
238 | ॐ सुकेश्यै नमः। |
239 | ॐ सुलिङ्गायै नमः। |
240 | ॐ भगरूपिण्यै नमः। |
241 | ॐ योनिमुद्रायै नमः। |
242 | ॐ महामुद्रायै नमः। |
243 | ॐ खेचर्यै नमः। |
244 | ॐ खगगामिन्यै नमः। |
245 | ॐ मधुश्रियै नमः। |
246 | ॐ माधवीवल्लयै नमः। |
247 | ॐ मधुमत्तायै नमः। |
248 | ॐ मदोद्धतायै नमः। |
249 | ॐ मातङ्ग्यै नमः। |
250 | ॐ शुकहस्तायै नमः। |
251 | ॐ पुष्पबाणायै नमः। |
252 | ॐ इक्षुचापिन्यै नमः। |
253 | ॐ रक्ताम्बरधरायै नमः। |
254 | ॐ क्षीवायै नमः। |
255 | ॐ रक्तपुष्पावतंसिन्यै नमः। |
256 | ॐ शुभ्राम्बरधरायै नमः। |
257 | ॐ धीरायै नमः। |
258 | ॐ महाश्वेतायै नमः। |
259 | ॐ वसुप्रियायै नमः। |
260 | ॐ सुवेणये नमः। |
261 | ॐ पद्महस्तायै नमः। |
262 | ॐ मुक्ताहारविभूषणायै नमः। |
263 | ॐ कर्पूरामोदनिःश्वासायै नमः। |
264 | ॐ पद्मिन्यै नमः। |
265 | ॐ पद्ममन्दिरायै नमः। |
266 | ॐ खड्गिन्यै नमः। |
267 | ॐ चक्रहस्तायै नमः। |
268 | ॐ भुसुण्ड्यै नमः। |
269 | ॐ परिघायुधायै नमः। |
270 | ॐ चापिन्यै नमः। |
271 | ॐ पाशहस्तायै नमः। |
272 | ॐ त्रिशूलवरधारिण्यै नमः। |
273 | ॐ सुबाणायै नमः। |
274 | ॐ शक्तिहस्तायै नमः। |
275 | ॐ मयूरवरवाहनायै नमः। |
276 | ॐ वरायुधधरायै नमः। |
277 | ॐ वीरायै नमः। |
278 | ॐ वीरपानमदोत्कटायै नमः। |
279 | ॐ वसुधायै नमः। |
280 | ॐ वसुधारायै नमः। |
281 | ॐ जयायै नमः। |
282 | ॐ शाकम्भर्यै नमः। |
283 | ॐ शिवायै नमः। |
284 | ॐ विजयायै नमः। |
285 | ॐ जयन्त्यै नमः। |
286 | ॐ सुस्तन्यै नमः। |
287 | ॐ शत्रुनाशिन्यै नमः। |
288 | ॐ अन्तर्वत्न्यै नमः। |
289 | ॐ वेदशक्तये नमः। |
290 | ॐ वरदायै नमः। |
291 | ॐ वरधारिण्यै नमः। |
292 | ॐ शीतलायै नमः। |
293 | ॐ सुशीलायै नमः। |
294 | ॐ बालग्रहविनाशिन्यै नमः। |
295 | ॐ कुमार्यै नमः। |
296 | ॐ सुपर्वायै नमः। |
297 | ॐ कामाख्यायै नमः। |
298 | ॐ कामवन्दितायै नमः। |
299 | ॐ जालन्धरधरायै नमः। |
300 | ॐ अनन्तायै नमः। |
301 | ॐ कामरूपनिवासिन्यै नमः। |
302 | ॐ कामबीजवत्यै नमः। |
303 | ॐ सत्यायै नमः। |
304 | ॐ सत्यधर्मपरायणायै नमः। |
305 | ॐ स्थूलमार्गस्थितायै नमः। |
306 | ॐ सूक्ष्मायै नमः। |
307 | ॐ सूक्ष्मबुद्धिप्रबोधिन्यै नमः। |
308 | ॐ षट्कोणायै नमः। |
309 | ॐ त्रिकोणायै नमः। |
310 | ॐ त्रिनेत्रायै नमः। |
311 | ॐ त्रिपुरसुन्दर्यै नमः। |
312 | ॐ वृषप्रियायै नमः। |
313 | ॐ वृषारूढायै नमः। |
314 | ॐ महिषासुरघातिन्यै नमः। |
315 | ॐ शुम्भदर्पहरायै नमः। |
316 | ॐ दीप्तायै नमः। |
317 | ॐ दीप्तपावकसन्निभायै नमः। |
318 | ॐ कपालभूषणायै नमः। |
319 | ॐ काल्यै नमः। |
320 | ॐ कपालमाल्यधारिण्यै नमः। |
321 | ॐ कपालकुण्डलायै नमः। |
322 | ॐ दीर्घायै नमः। |
323 | ॐ शिवदूत्यै नमः। |
324 | ॐ घनध्वनये नमः। |
325 | ॐ सिद्धिदायै नमः। |
326 | ॐ बुद्धिदायै नमः। |
327 | ॐ नित्यायै नमः। |
328 | ॐ सत्यमार्गप्रबोधिन्यै नमः। |
329 | ॐ कम्बुग्रीवायै नमः। |
330 | ॐ वसुमत्यै नमः। |
331 | ॐ छत्रच्छायाकृतालयायै नमः। |
332 | ॐ जगद्गर्भायै नमः। |
333 | ॐ कुण्डलिन्यै नमः। |
334 | ॐ भुजगाकारशायिन्यै नमः। |
335 | ॐ प्रोल्लसत्सप्तपद्मायै नमः। |
336 | ॐ नाभिनालमृणालिन्यै नमः। |
337 | ॐ मूलाधारायै नमः। |
338 | ॐ निराकारायै नमः। |
339 | ॐ वह्रिकुण्डकृतालयायै नमः। |
340 | ॐ वायुकुण्डसुखासीनायै नमः। |
341 | ॐ निराधारायै नमः। |
342 | ॐ निराश्रयायै नमः। |
343 | ॐ श्वासोच्छ्वासगत्यै नमः। |
344 | ॐ जीवायै नमः। |
345 | ॐ ग्राहिण्यै नमः। |
346 | ॐ वह्निसंश्रयायै नमः। |
347 | ॐ वह्नितन्तुसमुत्थानायै नमः। |
348 | ॐ षड्रसास्वादलोलुपायै नमः। |
349 | ॐ तपस्विन्यै नमः। |
350 | ॐ तपःसिद्धये नमः। |
351 | ॐ तापस्यै नमः। |
352 | ॐ तपःप्रियायै नमः। |
353 | ॐ तपोनिष्ठायै नमः। |
354 | ॐ तपोयुक्तायै नमः। |
355 | ॐ तपसः सिद्धिदायिन्यै नमः। |
356 | ॐ सप्तधातुमयीमूर्तये नमः। |
357 | ॐ सप्तधात्वन्तराश्रयायै नमः। |
358 | ॐ देहपुष्टये नमः। |
359 | ॐ मनः तुष्टये नमः। |
360 | ॐ अन्नपुष्टये नमः। |
361 | ॐ बलोद्धतायै नमः। |
362 | ॐ ओषधये नमः। |
363 | ॐ वैद्यमात्रे नमः। |
364 | ॐ द्रव्यशक्तये नमः। |
365 | ॐ प्रभाविन्यै नमः। |
366 | ॐ वैद्यायै नमः। |
367 | ॐ वैद्यचिकित्सायै नमः। |
368 | ॐ सुपथ्यायै नमः। |
369 | ॐ रोगनाशिन्यै नमः। |
370 | ॐ मृगयायै नमः। |
371 | ॐ मृगमांसादायै नमः। |
372 | ॐ मृगत्वचे नमः। |
373 | ॐ मृगलोचनायै नमः। |
374 | ॐ वागुरायै नमः। |
375 | ॐ बन्धरूपायै नमः। |
376 | ॐ वधरूपायै नमः। |
377 | ॐ वधोद्धतायै नमः। |
378 | ॐ बन्द्यै नमः। |
379 | ॐ वन्दिस्तुताकारायै नमः। |
380 | ॐ काराबन्धविमोचन्यै नमः। |
381 | ॐ शृङ्खलायै नमः। |
382 | ॐ खलहायै नमः। |
383 | ॐ विद्युते नमः। |
384 | ॐ दृढबन्धविमोचन्यै नमः। |
385 | ॐ अम्बिकायै नमः। |
386 | ॐ अम्बालिकायै नमः। |
387 | ॐ अम्बायै नमः। |
388 | ॐ स्वक्षायै नमः। |
389 | ॐ साधुजनार्चितायै नमः। |
390 | ॐ कौलिक्यै नमः। |
391 | ॐ कुलविद्यायै नमः। |
392 | ॐ सुकुलायै नमः। |
393 | ॐ कुलपूजितायै नमः। |
394 | ॐ कालचक्रभ्रमायै नमः। |
395 | ॐ भ्रान्तायै नमः। |
396 | ॐ विभ्रमायै नमः। |
397 | ॐ भ्रमनाशिन्यै नमः। |
398 | ॐ वात्याल्यै नमः। |
399 | ॐ मेघमालायै नमः। |
400 | ॐ सुवृष्ट्यै नमः। |
401 | ॐ सस्यवर्धिन्यै नमः। |
402 | ॐ अकारायै नमः। |
403 | ॐ इकारायै नमः। |
404 | ॐ उकारायै नमः। |
405 | ॐ ऐकाररूपिण्यै नमः। |
406 | ॐ ह्रींकार्यै नमः। |
407 | ॐ बीजरूपायै नमः। |
408 | ॐ क्लींकारायै नमः। |
409 | ॐ अम्बरवासिन्यै नमः। |
410 | ॐ सर्वाक्षरमयीशक्तये नमः। |
411 | ॐ अक्षरायै नमः। |
412 | ॐ वर्णमालिन्यै नमः। |
413 | ॐ सिन्दूरारुणवक्त्रायै नमः। |
414 | ॐ सिन्दूरतिलकप्रियायै नमः। |
415 | ॐ वश्यायै नमः। |
416 | ॐ वश्यबीजायै नमः। |
417 | ॐ लोकवश्यविभाविन्यै नमः। |
418 | ॐ नृपवश्यायै नमः। |
419 | ॐ नृपैःसेव्यायै नमः। |
420 | ॐ नृपवश्यकर्यै नमः। |
421 | ॐ प्रियायै नमः। |
422 | ॐ महिष्यै नमः। |
423 | ॐ नृपमान्यायै नमः। |
424 | ॐ नृमान्यायै नमः। |
425 | ॐ नृपनन्दिन्यै नमः। |
426 | ॐ नृपधर्ममय्यै नमः। |
427 | ॐ धन्यायै नमः। |
428 | ॐ धनधान्यविवर्धिन्यै नमः। |
429 | ॐ चतुर्वर्णमयीमूर्तये नमः। |
430 | ॐ चतुर्वर्णैः सुपूजितायै नमः। |
431 | ॐ सर्वधर्ममयीसिद्धये नमः। |
432 | ॐ चतुराश्रमवासिन्यै नमः। |
433 | ॐ ब्राह्मण्यै नमः। |
434 | ॐ क्षत्रियायै नमः। |
435 | ॐ वैश्यायै नमः। |
436 | ॐ शूद्रायै नमः। |
437 | ॐ अवरवर्णजायै नमः। |
438 | ॐ वेदमार्गरतायै नमः। |
439 | ॐ यज्ञायै नमः। |
440 | ॐ वेदविश्वविभाविन्यै नमः। |
441 | ॐ अस्त्रशस्त्रमयीविद्यायै नमः। |
442 | ॐ वरशस्त्रास्त्रधारिण्यै नमः। |
443 | ॐ सुमेधायै नमः। |
444 | ॐ सत्यमेधायै नमः। |
445 | ॐ भद्रकाल्यै नमः। |
446 | ॐ अपराजितायै नमः। |
447 | ॐ गायत्र्यै नमः। |
448 | ॐ सत्कृतये नमः। |
449 | ॐ सन्ध्यायै नमः। |
450 | ॐ सावित्र्यै नमः। |
451 | ॐ त्रिपदाश्रयायै नमः। |
452 | ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः। |
453 | ॐ त्रिपद्यै नमः। |
454 | ॐ धात्र्यै नमः। |
455 | ॐ सुपर्वायै नमः। |
456 | ॐ सामगायन्यै नमः। |
457 | ॐ पाञ्चाल्यै नमः। |
458 | ॐ बालिकायै नमः। |
459 | ॐ बालायै नमः। |
460 | ॐ बालक्रीडायै नमः। |
461 | ॐ सनातन्यै नमः। |
462 | ॐ ग्रर्भाधारधरायै नमः। |
463 | ॐ शून्यायै नमः। |
464 | ॐ गर्भाशयनिवासिन्यै नमः। |
465 | ॐ सुरारिघातिनीकृत्यायै नमः। |
466 | ॐ पूतनायै नमः। |
467 | ॐ तिलोत्तमायै नमः। |
468 | ॐ लज्जायै नमः। |
469 | ॐ रसवत्यै नमः। |
470 | ॐ नन्दायै नमः। |
471 | ॐ भवान्यै नमः। |
472 | ॐ पापनाशिन्यै नमः। |
473 | ॐ पट्टाम्बरधरायै नमः। |
474 | ॐ गीतये नमः। |
475 | ॐ सुगीतये नमः। |
476 | ॐ ज्ञानलोचनायै नमः। |
477 | ॐ सप्तस्वरमयीतन्त्र्यै नमः। |
478 | ॐ षड्जमध्यमधैवतायै नमः। |
479 | ॐ मूर्च्छनाग्रामसंस्थानायै नमः। |
480 | ॐ स्वस्थायै नमः। |
481 | ॐ स्वस्थानवासिन्यै नमः। |
482 | ॐ अट्टाटहासिन्यै नमः। |
483 | ॐ प्रेतायै नमः। |
484 | ॐ प्रेतासननिवासिन्यै नमः। |
485 | ॐ गीतनृत्यप्रियायै नमः। |
486 | ॐ अकामायै नमः। |
487 | ॐ तुष्टिदायै नमः। |
488 | ॐ पुष्टिदायै नमः। |
489 | ॐ अक्षयायै नमः। |
490 | ॐ निष्ठायै नमः। |
491 | ॐ सत्यप्रियायै नमः। |
492 | ॐ प्राज्ञायै नमः। |
493 | ॐ लोकेश्यै नमः। |
494 | ॐ सुरोत्तमायै नमः। |
495 | ॐ सविषायै नमः। |
496 | ॐ ज्वालिन्यै नमः। |
497 | ॐ ज्वालायै नमः। |
498 | ॐ विषमोहार्तिनाशिन्यै नमः। |
499 | ॐ विषारये नमः। |
500 | ॐ नागदमन्यै नमः। |
501 | ॐ कुरुकुल्लायै नमः। |
502 | ॐ अमृतोद्भवायै नमः। |
503 | ॐ भूतभीतिहरारक्षायै नमः। |
504 | ॐ भूतावेशविनाशिन्यै नमः। |
505 | ॐ रक्षोघ्न्यै नमः। |
506 | ॐ राक्षस्यै नमः। |
507 | ॐ रात्रये नमः। |
508 | ॐ दीर्घनिद्रायै नमः। |
509 | ॐ दिवागतये नमः। |
510 | ॐ चन्द्रिकायै नमः। |
511 | ॐ चन्द्रकान्तये नमः। |
512 | ॐ सूर्यकान्तये नमः। |
513 | ॐ निशाचर्यै नमः। |
514 | ॐ डाकिन्यै नमः। |
515 | ॐ शाकिन्यै नमः। |
516 | ॐ शिष्यायै नमः। |
517 | ॐ हाकिन्यै नमः। |
518 | ॐ चक्रवाकिन्यै नमः। |
519 | ॐ सितासितप्रियायै नमः। |
520 | ॐ स्वङ्गायै नमः। |
521 | ॐ सकलायै नमः। |
522 | ॐ वनदेवतायै नमः। |
523 | ॐ गुरुरूपधरायै नमः। |
524 | ॐ गुर्व्यै नमः। |
525 | ॐ मृत्यवे नमः। |
526 | ॐ मार्यै नमः। |
527 | ॐ विशारदायै नमः। |
528 | ॐ महामार्यै नमः। |
529 | ॐ विनिद्रायै नमः। |
530 | ॐ तन्द्रायै नमः। |
531 | ॐ मृत्युविनाशिन्यै नमः। |
532 | ॐ चन्द्रमण्डलसङ्काशायै नमः। |
533 | ॐ चन्द्रमण्डलवासिन्यै नमः। |
534 | ॐ अणिमादिगुणोपेतायै नमः। |
535 | ॐ सुस्पृहायै नमः। |
536 | ॐ कामरूपिण्यै नमः। |
537 | ॐ अष्टसिद्धिप्रदायै नमः। |
538 | ॐ प्रौढायै नमः। |
539 | ॐ दुष्टदानवघातिन्यै नमः। |
540 | ॐ अनादिनिधनापुष्टये नमः। |
541 | ॐ चतुर्बाहवे नमः। |
542 | ॐ चतुर्मुख्यै नमः। |
543 | ॐ चतुःसमुद्रशयनायै नमः। |
544 | ॐ चतुर्वर्गफलप्रदायै नमः। |
545 | ॐ काशपुष्पप्रतीकाशायै नमः। |
546 | ॐ शरत्कुमुदलोचनायै नमः। |
547 | ॐ भूतायै नमः। |
548 | ॐ भव्यायै नमः। |
549 | ॐ भविष्यायै नमः। |
550 | ॐ शैलजायै नमः। |
551 | ॐ शैलवासिन्यै नमः। |
552 | ॐ वाममार्गरतायै नमः। |
553 | ॐ वामायै नमः। |
554 | ॐ शिववामाङ्गवासिन्यै नमः। |
555 | ॐ वामाचारप्रियायै नमः। |
556 | ॐ तुष्टायै नमः। |
557 | ॐ लोपामुद्रायै नमः। |
558 | ॐ प्रबोधिन्यै नमः। |
559 | ॐ भूतात्मने नमः। |
560 | ॐ परमात्मने नमः। |
561 | ॐ भूतभाविविभाविन्यै नमः। |
562 | ॐ मङ्गलायै नमः। |
563 | ॐ सुशीलायै नमः। |
564 | ॐ परमार्थप्रबोधिन्यै नमः। |
565 | ॐ दक्षिणायै नमः। |
566 | ॐ दक्षिणामूर्तये नमः। |
567 | ॐ सुदक्षिणायै नमः। |
568 | ॐ हरिप्रियायै नमः। |
569 | ॐ योगिन्यै नमः। |
570 | ॐ योगयुक्तायै नमः। |
571 | ॐ योगाङ्गायै नमः। |
572 | ॐ ध्यानशालिन्यै नमः। |
573 | ॐ योगपट्टधरायै नमः। |
574 | ॐ मुक्तायै नमः। |
575 | ॐ मुक्तानांपरमागतये नमः। |
576 | ॐ नारसिंह्यै नमः। |
577 | ॐ सुजन्मायै नमः। |
578 | ॐ त्रिवर्गफलदायिन्यै नमः। |
579 | ॐ धर्मदायै नमः। |
580 | ॐ धनदायै नमः। |
581 | ॐ कामदायै नमः। |
582 | ॐ मोक्षदायै नमः। |
583 | ॐ द्युतये नमः। |
584 | ॐ साक्षिण्यै नमः। |
585 | ॐ क्षणदायै नमः। |
586 | ॐ दक्षायै नमः। |
587 | ॐ दक्षजायै नमः। |
588 | ॐ कोटिरूपिण्यै नमः। |
589 | ॐ क्रतवे नमः। |
590 | ॐ कात्यायन्यै नमः। |
591 | ॐ स्वछायै नमः। |
592 | ॐ स्वच्छन्दायै नमः। |
593 | ॐ कविप्रियायै नमः। |
594 | ॐ सत्यागमायै नमः। |
595 | ॐ बहिःस्थायै नमः। |
596 | ॐ काव्यशक्तये नमः। |
597 | ॐ कवित्वदायै नमः। |
598 | ॐ मेनापुत्र्यै नमः। |
599 | ॐ सतीमात्रे नमः। |
600 | ॐ मैनाकभगिन्यै नमः। |
601 | ॐ तडिते नमः। |
602 | ॐ सौदामिन्यै नमः। |
603 | ॐ स्वधामायै नमः। |
604 | ॐ सुधामायै नमः। |
605 | ॐ धामशालिन्यै नमः। |
606 | ॐ सौभाग्यदायिन्यै नमः। |
607 | ॐ दिवे नमः। |
608 | ॐ सुभगायै नमः। |
609 | ॐ द्युतिवर्धिन्यै नमः। |
610 | ॐ श्रिये नमः। |
611 | ॐ कृत्तिवसनायै नमः। |
612 | ॐ कङ्काल्यै नमः। |
613 | ॐ कलिनाशिन्यै नमः। |
614 | ॐ रक्तबीजवधोद्दृप्तायै नमः। |
615 | ॐ सुतन्तवे नमः। |
616 | ॐ बीजसन्ततये नमः। |
617 | ॐ जगज्जीवायै नमः। |
618 | ॐ जगद्बीजायै नमः। |
619 | ॐ जगत्त्रयहितैषिण्यै नमः। |
620 | ॐ चामीकररुचये नमः। |
621 | ॐ चान्द्रीसाक्षयाषोडशीकलायै नमः। |
622 | ॐ यत्तत्पदानुबन्धायै नमः। |
623 | ॐ यक्षिण्यै नमः। |
624 | ॐ धनदार्चितायै नमः। |
625 | ॐ चित्रिण्यै नमः। |
626 | ॐ चित्रमायायै नमः। |
627 | ॐ विचित्रायै नमः। |
628 | ॐ भुवनेश्वर्यै नमः। |
629 | ॐ चामुण्डायै नमः। |
630 | ॐ मुण्डहस्तायै नमः। |
631 | ॐ चण्डमुण्डवधोद्धुरायै नमः। |
632 | ॐ अष्टम्यै नमः। |
633 | ॐ एकादश्यै नमः। |
634 | ॐ पूर्णायै नमः। |
635 | ॐ नवम्यै नमः। |
636 | ॐ चतुर्दश्यै नमः। |
637 | ॐ अमायै नमः। |
638 | ॐ कलशहस्तायै नमः। |
639 | ॐ पूर्णकुम्भधरायै नमः। |
640 | ॐ धरायै नमः। |
641 | ॐ अभीरवे नमः। |
642 | ॐ भैरव्यै नमः। |
643 | ॐ भीरायै नमः। |
644 | ॐ भीमायै नमः। |
645 | ॐ त्रिपुरभैरव्यै नमः। |
646 | ॐ महारुण्डायै नमः। |
647 | ॐ रौद्र्यै नमः। |
648 | ॐ महाभैरवपूजितायै नमः। |
649 | ॐ निर्मुण्डायै नमः। |
650 | ॐ हस्तिन्यै नमः। |
651 | ॐ चण्डायै नमः। |
652 | ॐ करालदशनाननायै नमः। |
653 | ॐ करालायै नमः। |
654 | ॐ विकरालायै नमः। |
655 | ॐ घोरघुर्घुरनादिन्यै नमः। |
656 | ॐ रक्तदन्तायै नमः। |
657 | ॐ ऊर्ध्वकेश्यै नमः। |
658 | ॐ बन्धूककुसुमारुणायै नमः। |
659 | ॐ कादम्बर्यै नमः। |
660 | ॐ पटासायै नमः। |
661 | ॐ काश्मीर्यै नमः। |
662 | ॐ कुंकुमप्रियायै नमः। |
663 | ॐ क्षान्तये नमः। |
664 | ॐ बहुसुवर्णायै नमः। |
665 | ॐ रतये नमः। |
666 | ॐ बहुसुवर्णदायै नमः। |
667 | ॐ मातङ्गिन्यै नमः। |
668 | ॐ वरारोहायै नमः। |
669 | ॐ मत्तमातङ्गगामिन्यै नमः। |
670 | ॐ हिंसायै नमः। |
671 | ॐ हंसगतये नमः। |
672 | ॐ हंस्यै नमः। |
673 | ॐ हंसोज्ज्वलशिरोरुहायै नमः। |
674 | ॐ पूर्णचन्द्रमुख्यै नमः। |
675 | ॐ श्यामायै नमः। |
676 | ॐ स्मितास्यायै नमः। |
677 | ॐ श्यामकुण्डलायै नमः। |
678 | ॐ मष्यै नमः। |
679 | ॐ लेखिन्यै नमः। |
680 | ॐ लेख्यायै नमः। |
681 | ॐ सुलेखायै नमः। |
682 | ॐ लेखकप्रियायै नमः। |
683 | ॐ शङ्खिन्यै नमः। |
684 | ॐ शङ्खहस्तायै नमः। |
685 | ॐ जलस्थायै नमः। |
686 | ॐ जलदेवतायै नमः। |
687 | ॐ कुरुक्षेत्रावनये नमः। |
688 | ॐ काश्यै नमः। |
689 | ॐ मथुरायै नमः। |
690 | ॐ काञ्च्यै नमः। |
691 | ॐ अवन्तिकायै नमः। |
692 | ॐ अयोध्यायै नमः। |
693 | ॐ द्वारकायै नमः। |
694 | ॐ मायायै नमः। |
695 | ॐ तीर्थायै नमः। |
696 | ॐ तीर्थकरप्रियायै नमः। |
697 | ॐ त्रिपुष्करायै नमः। |
698 | ॐ अप्रमेयायै नमः। |
699 | ॐ कोशस्थायै नमः। |
700 | ॐ कोशवासिन्यै नमः। |
701 | ॐ कौशिक्यै नमः। |
702 | ॐ कुशावर्तायै नमः। |
703 | ॐ कौशाम्ब्यै नमः। |
704 | ॐ कोशवर्धिन्यै नमः। |
705 | ॐ कोशदायै नमः। |
706 | ॐ पद्मकोशाक्ष्यै नमः। |
707 | ॐ कुसुमायै नमः। |
708 | ॐ कुसुमप्रियायै नमः। |
709 | ॐ तोतुलायै नमः। |
710 | ॐ तुलाकोटयै नमः। |
711 | ॐ कूटस्थायै नमः। |
712 | ॐ कोटराश्रयायै नमः। |
713 | ॐ स्वयम्भुवे नमः। |
714 | ॐ सुरूपायै नमः। |
715 | ॐ स्वरूपायै नमः। |
716 | ॐ रूपवर्धिन्यै नमः। |
717 | ॐ तेजस्विन्यै नमः। |
718 | ॐ सुभिक्षायै नमः। |
719 | ॐ बलदायै नमः। |
720 | ॐ बलदायिन्यै नमः। |
721 | ॐ महाकोश्यै नमः। |
722 | ॐ महावर्तायै नमः। |
723 | ॐ बुद्धिसदसदात्मिकायै नमः। |
724 | ॐ महाग्रहहरायै नमः। |
725 | ॐ सौम्यायै नमः। |
726 | ॐ विशोकायै नमः। |
727 | ॐ शोकनाशिन्यै नमः। |
728 | ॐ सात्त्विक्यै नमः। |
729 | ॐ सत्त्वसंस्थायै नमः। |
730 | ॐ राजस्यै नमः। |
731 | ॐ रजोवृतायै नमः। |
732 | ॐ तामस्यै नमः। |
733 | ॐ तमोयुक्तायै नमः। |
734 | ॐ गुणत्रयविभाविन्यै नमः। |
735 | ॐ अव्यक्तायै नमः। |
736 | ॐ व्यक्तरूपायै नमः। |
737 | ॐ वेदविद्यायै नमः। |
738 | ॐ शाम्भव्यै नमः। |
739 | ॐ शङ्कराकल्पिनीकल्पायै नमः। |
740 | ॐ मनःसङ्कल्पसन्ततये नमः। |
741 | ॐ सर्वलोकमयीशक्तये नमः। |
742 | ॐ सर्वश्रवणगोचरायै नमः। |
743 | ॐ सर्वज्ञानवतीवाञ्छायै नमः। |
744 | ॐ सर्वतत्त्वानुबोधिन्यै नमः। |
745 | ॐ जागृत्यै नमः। |
746 | ॐ सुषुप्तये नमः। |
747 | ॐ स्वप्नावस्थायै नमः। |
748 | ॐ तुरीयकायै नमः। |
749 | ॐ त्वरायै नमः। |
750 | ॐ मन्दगतये नमः। |
751 | ॐ मन्दायै नमः। |
752 | ॐ मन्दिरामोदधारिण्यै नमः। |
753 | ॐ पानभूमये नमः। |
754 | ॐ पानपात्रायै नमः। |
755 | ॐ पानदानकरोद्यतायै नमः। |
756 | ॐ अघूर्णारुणनेत्रायै नमः। |
757 | ॐ किञ्चिदव्यक्तभाषिण्यै नमः। |
758 | ॐ आशापूरायै नमः। |
759 | ॐ दीक्षायै नमः। |
760 | ॐ दक्षायै नमः। |
761 | ॐ दीक्षितपूजितायै नमः। |
762 | ॐ नागवल्ल्यै नमः। |
763 | ॐ नागकन्यायै नमः। |
764 | ॐ भोगिन्यै नमः। |
765 | ॐ भोगवल्लभायै नमः। |
766 | ॐ सर्वशास्त्रवतीविद्यायै नमः। |
767 | ॐ सुस्मृतये नमः। |
768 | ॐ धर्मवादिन्यै नमः। |
769 | ॐ श्रुतये नमः। |
770 | ॐ श्रुतिधरायै नमः। |
771 | ॐ ज्येष्ठायै नमः। |
772 | ॐ श्रेष्ठायै नमः। |
773 | ॐ पातालवासिन्यै नमः। |
774 | ॐ मीमांसायै नमः। |
775 | ॐ तर्कविद्यायै नमः। |
776 | ॐ सुभक्तये नमः। |
777 | ॐ भक्तवत्सलायै नमः। |
778 | ॐ सुनाभये नमः। |
779 | ॐ यातनायै नमः। |
780 | ॐ जातये नमः। |
781 | ॐ गम्भीरायै नमः। |
782 | ॐ भाववर्जितायै नमः। |
783 | ॐ नागपाशधरामूर्तये नमः। |
784 | ॐ अगाधायै नमः। |
785 | ॐ नागकुण्डलायै नमः। |
786 | ॐ सुचक्रायै नमः। |
787 | ॐ चक्रमध्यस्थायै नमः। |
788 | ॐ चक्रकोणनिवासिन्यै नमः। |
789 | ॐ सर्वमन्त्रमयीविद्यायै नमः। |
790 | ॐ सर्वमन्त्राक्षरावलये नमः। |
791 | ॐ मधुस्रवायै नमः। |
792 | ॐ स्रवन्त्यै नमः। |
793 | ॐ भ्रामर्यै नमः। |
794 | ॐ भ्रमरालकायै नमः। |
795 | ॐ मातृमण्डलमध्यस्थायै नमः। |
796 | ॐ मातृमण्डलवासिन्यै नमः। |
797 | ॐ कुमारजनन्यै नमः। |
798 | ॐ क्रूरायै नमः। |
799 | ॐ सुमुख्यै नमः। |
800 | ॐ ज्वरनाशिन्यै नमः। |
801 | ॐ अतीतायै नमः। |
802 | ॐ विद्यमानायै नमः। |
803 | ॐ भाविन्यै नमः। |
804 | ॐ प्रीतिमञ्जर्यै नमः। |
805 | ॐ सर्वसौख्यवतीयुक्तये नमः। |
806 | ॐ आहारपरिणामिन्यै नमः। |
807 | ॐ पञ्चभूतानांनिधानायै नमः। |
808 | ॐ भवसागरतारिण्यै नमः। |
809 | ॐ अक्रूरायै नमः। |
810 | ॐ ग्रहवत्यै नमः। |
811 | ॐ विग्रहायै नमः। |
812 | ॐ ग्रहवर्जितायै नमः। |
813 | ॐ रोहिण्यै नमः। |
814 | ॐ भूमिगर्भायै नमः। |
815 | ॐ कालभुवे नमः। |
816 | ॐ कालवर्तिन्यै नमः। |
817 | ॐ कलङ्करहितानार्यै नमः। |
818 | ॐ चतुष्षष्ट्यभिधावत्यै नमः। |
819 | ॐ जीर्णायै नमः। |
820 | ॐ जीर्णवस्त्रायै नमः। |
821 | ॐ नूतनायै नमः। |
822 | ॐ नववल्लभायै नमः। |
823 | ॐ अरजायै नमः। |
824 | ॐ रतये नमः। |
825 | ॐ प्रीतये नमः। |
826 | ॐ रतिरागविवर्धिन्यै नमः। |
827 | ॐ पञ्चवातगतिर्भिन्नायै नमः। |
828 | ॐ पञ्चश्लेष्माशयाधरायै नमः। |
829 | ॐ पञ्चपित्तवतीशक्तये नमः। |
830 | ॐ पञ्चस्थानविबोधिन्यै नमः। |
831 | ॐ उदक्यायै नमः। |
832 | ॐ वृषस्यन्त्यै नमः। |
833 | ॐ त्र्यहंबहिःप्रस्रविण्यै नमः। |
834 | ॐ रजःशुक्रधराशक्तये नमः। |
835 | ॐ जरायवे नमः। |
836 | ॐ गर्भधारिण्यै नमः। |
837 | ॐ त्रिकालज्ञायै नमः। |
838 | ॐ त्रिलिङ्गायै नमः। |
839 | ॐ त्रिमूर्तये नमः। |
840 | ॐ त्रिपुरवासिन्यै नमः। |
841 | ॐ अरागायै नमः। |
842 | ॐ शिवतत्त्वायै नमः। |
843 | ॐ कामतत्त्वानुरागिण्यै नमः। |
844 | ॐ प्राच्यै नमः। |
845 | ॐ अवाच्यै नमः। |
846 | ॐ प्रतीच्यै नमः। |
847 | ॐ उदीच्यै नमः। |
848 | ॐ विदिग्दिशायै नमः। |
849 | ॐ अहङ्कृतये नमः। |
850 | ॐ अहङ्कारायै नमः। |
851 | ॐ बलिमायायै नमः। |
852 | ॐ बलिप्रियायै नमः। |
853 | ॐ स्रुचे नमः। |
854 | ॐ स्रुवायै नमः। |
855 | ॐ सामिधेन्यै नमः। |
856 | ॐ सश्रद्धायै नमः। |
857 | ॐ श्राद्धदेवतायै नमः। |
858 | ॐ मात्रे नमः। |
859 | ॐ मातामह्यै नमः। |
860 | ॐ तृप्तये नमः। |
861 | ॐ पितृमात्रे नमः। |
862 | ॐ पितामह्यै नमः। |
863 | ॐ स्नुषायै नमः। |
864 | ॐ दौहित्रिण्यै नमः। |
865 | ॐ पुत्र्यै नमः। |
866 | ॐ पौत्र्यै नमः। |
867 | ॐ नप्त्र्यै नमः। |
868 | ॐ शिशुप्रियायै नमः। |
869 | ॐ स्तनदायै नमः। |
870 | ॐ स्तनधारायै नमः। |
871 | ॐ विश्वयोनये नमः। |
872 | ॐ स्तनन्धय्यै नमः। |
873 | ॐ शिशूत्सङ्गधरायै नमः। |
874 | ॐ दोलायै नमः। |
875 | ॐ दोलाक्रीडाभिनन्दिन्यै नमः। |
876 | ॐ उर्वश्यै नमः। |
877 | ॐ कदल्यै नमः। |
878 | ॐ केकायै नमः। |
879 | ॐ विशिखायै नमः। |
880 | ॐ शिखिवर्तिन्यै नमः। |
881 | ॐ खट्वाङ्गधारिण्यै नमः। |
882 | ॐ खट्वायै नमः। |
883 | ॐ बाणपुङ्खानुवर्तिन्यै नमः। |
884 | ॐ लक्ष्यप्राप्तये नमः। |
885 | ॐ कलायै नमः। |
886 | ॐ अलक्ष्यायै नमः। |
887 | ॐ लक्ष्यायै नमः। |
888 | ॐ शुभलक्षणायै नमः। |
889 | ॐ वर्तिन्यै नमः। |
890 | ॐ सुपथाचारायै नमः। |
891 | ॐ परिखायै नमः। |
892 | ॐ खनये नमः। |
893 | ॐ वृतये नमः। |
894 | ॐ प्राकारवलयायै नमः। |
895 | ॐ वेलायै नमः। |
896 | ॐ महोदधौमर्यादायै नमः। |
897 | ॐ पोषणीशक्तये नमः। |
898 | ॐ शोषणीशक्तये नमः। |
899 | ॐ दीर्घकेश्यै नमः। |
900 | ॐ सुलोमशायै नमः। |
901 | ॐ ललितायै नमः। |
902 | ॐ मांसलायै नमः। |
903 | ॐ तन्व्यै नमः। |
904 | ॐ वेदवेदाङ्गधारिण्यै नमः। |
905 | ॐ नरासृक्पानमत्तायै नमः। |
906 | ॐ नरमुण्डास्थिभूषणायै नमः। |
907 | ॐ अक्षक्रीडारतये नमः। |
908 | ॐ शार्यै नमः। |
909 | ॐ शारिकाशुकभाषिण्यै नमः। |
910 | ॐ शाम्बर्यै नमः। |
911 | ॐ गारुडीविद्यायै नमः। |
912 | ॐ वारुण्यै नमः। |
913 | ॐ वरुणार्चितायै नमः। |
914 | ॐ वाराह्यै नमः। |
915 | ॐ मुण्डहस्तायै नमः। |
916 | ॐ दंष्ट्रोद्धृतवसुन्धरायै नमः। |
917 | ॐ मीनमूर्तिधरायै नमः। |
918 | ॐ मूर्तायै नमः। |
919 | ॐ वदन्यायै नमः। |
920 | ॐ प्रतिमाश्रयायै नमः। |
921 | ॐ अमूर्तायै नमः। |
922 | ॐ निधिरूपायै नमः। |
923 | ॐ शालग्रामशिलाशुचये नमः। |
924 | ॐ स्मृतये नमः। |
925 | ॐ संस्काररूपायै नमः। |
926 | ॐ सुसंस्कारायै नमः। |
927 | ॐ संस्कृतये नमः। |
928 | ॐ प्राकृतायै नमः। |
929 | ॐ देशभाषायै नमः। |
930 | ॐ गाथायै नमः। |
931 | ॐ गीतये नमः। |
932 | ॐ प्रहेलिकायै नमः। |
933 | ॐ इडायै नमः। |
934 | ॐ पिङ्गलायै नमः। |
935 | ॐ पिङ्गायै नमः। |
936 | ॐ सुषुम्णायै नमः। |
937 | ॐ सूर्यवाहिन्यै नमः। |
938 | ॐ शशिस्रवायै नमः। |
939 | ॐ तालुस्थायै नमः। |
940 | ॐ काकिन्यै नमः। |
941 | ॐ अमृतजीविन्यै नमः। |
942 | ॐ अणुरूपायै नमः। |
943 | ॐ बृहद्रूपायै नमः। |
944 | ॐ लघुरूपायै नमः। |
945 | ॐ गुरुस्थिरायै नमः। |
946 | ॐ स्थावरायै नमः। |
947 | ॐ जङ्गमायै नमः। |
948 | ॐ देव्यै नमः। |
949 | ॐ कृतकर्मफलप्रदायै नमः। |
950 | ॐ विषयाक्रान्तदेहायै नमः। |
951 | ॐ निर्विशेषायै नमः। |
952 | ॐ जितेन्द्रियायै नमः। |
953 | ॐ विश्वरूपायै नमः। |
954 | ॐ चिदानन्दायै नमः। |
955 | ॐ परब्रह्मप्रबोधिन्यै नमः। |
956 | ॐ निर्विकारायै नमः। |
957 | ॐ निर्वैरायै नमः। |
958 | ॐ विरतये नमः। |
959 | ॐ सत्यवर्धिन्यै नमः। |
960 | ॐ पुरुषाज्ञायै नमः। |
961 | ॐ भिन्नायै नमः। |
962 | ॐ क्षान्तिःकैवल्यदायिन्यै नमः। |
963 | ॐ विविक्तसेविन्यै नमः। |
964 | ॐ प्रज्ञाजनयित्र्यै नमः। |
965 | ॐ बहुश्रुतये नमः। |
966 | ॐ निरीहायै नमः। |
967 | ॐ समस्तैकायै नमः। |
968 | ॐ सर्वलोकैकसेवितायै नमः। |
969 | ॐ सेवायै नमः। |
970 | ॐ सेवाप्रियायै नमः। |
971 | ॐ सेव्यायै नमः। |
972 | ॐ सेवाफलविवर्धिन्यै नमः। |
973 | ॐ कलौकल्किप्रियाकाल्यै नमः। |
974 | ॐ दुष्टम्लेच्छविनाशिन्यै नमः। |
975 | ॐ प्रत्यञ्चायै नमः। |
976 | ॐ धनुर्यष्टये नमः। |
977 | ॐ खड्गधारायै नमः। |
978 | ॐ दुरानतये नमः। |
979 | ॐ अश्वप्लुतये नमः। |
980 | ॐ वल्गायै नमः। |
981 | ॐ सृणये नमः। |
982 | ॐ सन्मत्तवारणायै नमः। |
983 | ॐ वीरभुवे नमः। |
984 | ॐ वीरमात्रे नमः। |
985 | ॐ वीरसुवे नमः। |
986 | ॐ वीरनन्दिन्यै नमः। |
987 | ॐ जयश्रियै नमः। |
988 | ॐ जयदीक्षायै नमः। |
989 | ॐ जयदायै नमः। |
990 | ॐ जयवर्धिन्यै नमः। |
991 | ॐ सौभाग्यसुभगाकारायै नमः। |
992 | ॐ सर्वसौभाग्यवर्धिन्यै नमः। |
993 | ॐ क्षेमङ्कर्यै नमः। |
994 | ॐ सिद्धिरूपायै नमः। |
995 | ॐ सत्कीर्तये नमः। |
996 | ॐ पथिदेवतायै नमः। |
997 | ॐ सर्वतीर्थमयीमूर्तये नमः। |
998 | ॐ सर्वदेवमयीप्रभायै नमः। |
999 | ॐ सर्वसिद्धिप्रदाशक्तये नमः। |
1000 | ॐ सर्वमङ्गलमङ्गलायै नमः। |
॥इति श्रीरुद्रयामलतन्त्रान्तर्गता श्रीभवानीसहस्रनामावलिः सम्पूर्णा॥ |
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