बरसाने और वृंदावन की मधुर पुकार – 'राधे राधे बोल'
बरसाने और वृंदावन की गलियों में एक ही पुकार गूंजती है – “राधे राधे बोल”। यह पुकार केवल एक नाम का उच्चारण नहीं, बल्कि श्री राधा रानी के प्रति असीम प्रेम, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है।
कहते हैं कि बरसाना और वृंदावन की हवा में भी राधा नाम की मिठास घुली हुई है। यह नाम लेते ही मन आनंद, शांति और भक्ति से भर जाता है।
॥ भजन ॥
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
श्री बरसानो धाम रंगीलो,
श्री बरसानो धाम रंगीलो,
धाम रंगीलो ब्रजधाम रंगीलो,
राधे है अनमोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे है अनमोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे राधे राधे, जाई श्री राधे,
ब्रम्हा जल पर्वत मॅन भयो,
ब्रम्हा जल पर्वत मॅन भयो,
राधे करात कालोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे करात कालोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मेी दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे राधे राधे, जाई श्री राधे,
ब्रज की गलियाँ मोहन खेले,
ब्रज की गलियाँ मोहन खेले,
मोहन खेले साँवरिया खेले,
मोहन खेले साँवरिया खेले,
और ग्वालन को तोल, के मुख से राधे राधे बोल,
और ग्वालन को तोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे राधे राधे, जाई श्री राधे,
गहएवर मॅन की लता पतन मे,
गहएवर मॅन की लता पतन मे,
पक्षी बोले राधे बोल, के मुख से राधे राधे बोल,
पक्षी बोले राधे बोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे राधे राधे, जाई श्री राधे,
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
राधे राधे राधे राधे, जाई श्री राधे,
राधा नाम नादिया की धारा बही जाए रे,
राधा नाम नादिया की धारा बही जाए रे,
ब्रम्हा नाम रतिले पोती,
पोती के पन्ना नादिया मेी बही जाए रे,
'राधे राधे बोल' की महिमा:
'राधे राधे बोल' का अर्थ है – अपने मन, वाणी और कर्म में श्री राधा रानी के नाम का स्मरण करना। यह स्मरण केवल जप नहीं, बल्कि अपने भीतर प्रेम, करुणा और भक्ति को जगाने का माध्यम है।

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